Balrampur. बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में शनिवार को महान नदी पार कर रहा ग्रामीण बह गया। रविवार शाम को एसडीआरएफ की टीम ने 5 किमी दूर नदी में उसका शव बरामद किया। वहीं, सरगुजा के सीतापुर इलाके में मांड नदी में एक ग्रामीण का दो-तीन दिन पुराना शव मिला है। दरअसल, बलरामपुर के राजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम ठरकी निवासी बुद्ध साय (45) शनिवार को गांव के अन्य ग्रामीणों बबन, विनोद, शिवबरन, रामसाय के साथ खुखड़ी बिनने के लिए निकले थे। वे जंगल में जाने के लिए महान नदी को पार कर रहे थे। चार ग्रामीण नदी पार कर गए, लेकिन बुद्ध साय तैरना नहीं जानता था। वह महान नदी के तेज बहाव में बह गया। इसकी सूचना पर रविवार सुबह से एसडीआरएफ की टीम ने उसे खोजने के लिए अभियान चलाया।
एसडीआरएफ की टीम को बुद्ध साय का शव घटनास्थल से करीब पांच किलोमीटर दूर नदी में फंसा मिला। एसडीआरएफ टीम ने शव को बरामद कर पुलिस को सौंप दिया है। सरगुजा जिले के सीतापुर थाना क्षेत्र के महेशपुर में मांड नदी में रविवार को अज्ञात ग्रामीण का शव देखा गया। ग्रामीण का शव टोकोपारा के पास झाड़ियों में फंसा मिला। सूचना पर सीतापुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को मर्च्युरी में रखवा दिया है। मृतक की शिनाख्त चिरगा के बतौली निवासी मस्त राम पैकरा (54) के रूप में हुई है। वह 14 अगस्त को घर से निकला और नहीं लौटा था। आशंका है कि मांड नदी पार करने के दौरान वह डूब गया। सरगुजा संभाग में लगातार अलग-अलग इलाकों में हो रही बारिश से नदी नाले उफान पर हैं। रविवार को सरगुजा में बारिश नहीं हुई, लेकिन कोरिया एवं एमसीबी के साथ सूरजपुर में बारिश हुई है। शुक्रवार को मैनपाट के करमहा स्थित नवानगर बाजार जा रहे एक दंपत्ति नदी में बह गए। इनमें ढोला माझी (55) आधा किलोमीटर दूर घायल अवस्था में मिला और उसकी पत्नी बिनई माझी (52) का शव शनिवार को घटनास्थल से करीब तीन किलोमीटर दूर मिला था। घटना की सूचना पर सीतापुर विधायक रामकुमार टोप्पो के साथ प्रशासनिक अमला भी मौके पर पहुंचा था।