Churā. छुरा। प्राथमिक शाला डोंगरी पारा खुडियाड़ीह में नए शिक्षक की मांग को लेकर ग्रामीणों ने स्कूल का बहिष्कार कर दिया है ,स्कूल प्रतिदिन खुलता तो जरूर है मगर वहां बच्चे नहीं आते और यहां पर पदस्थ दो शिक्षक दिन भर बैठकर वापस आ जाते हैं, यहां तक की पालक पांचवी कक्षा के प्री टेस्ट में भी बच्चों को नहीं भेजें, ग्रामीणों ने विगत 15 जनवरी से 15 से 16 दिनो से बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं और स्कूल सुना है, इस पर प्रधान पाठक सहित विकासखंड शिक्षा अधिकारियों ने बैठक कर पालकों को समझने का प्रयास किया गया किंतु पालक शिक्षकों के हटाने की मांग को लेकर अड़े हुए हैं ,वे लोग स्थानीय विधायक रोहित साहू के पास पहुंचकर शिक्षक हटाने की मांग की। ग्रामीण चन्द्रहास सेन, भीखम नेताम सहित ग्रामीणों ने बताया कि बच्चों की शिक्षा से संपर्क बना रहा है इसलिए गांव के रंगमंच में ही एक शिक्षक की नियुक्ति कर बच्चों को पढ़ाया जा रहा है एवं प्रत्येक बच्चों से ₹100 लेकर शिक्षक को भुगतान किया जाएगा।
किंतु शासकीय स्कूल में बच्चों को नहीं भेजेंगे, इस संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि प्राथमिक शाला स्कूल में लगभग 34 बच्चे का अध्ययन रत है, दो शिक्षक पदस्थ है जिसमें से प्रधान पाठक और एक संकुल समन्वयक है और दोनों अपने कार्यों में व्यस्त होने की वजह से दोनों शिक्षकीय कार्य में ध्यान नहीं होते देते। जिस से बच्चों का शिक्षा का स्तर गिर रहा है इसे ध्यान में रखते हुए पाल को ने स्कूल बहिष्कार का निर्णय लिया। ग्रामीण चन्द्रहास सेन एवं भीखम नेताम ने कहा कि इस संबंध में शिक्षकों को लगातार कहा गया है कि आप लोग बच्चों को पढ़ाने में समय नहीं देते उन्हें समय प्रदान करें, तब शिक्षकों ने कहा था कि वह अपने शासकीय कार्यों की वजह से बच्चों को पढ़ा नहीं पा रहे हैं तब ग्रामीणों ने संकुल समन्वयक को हटाने एवं यहां पर प्रधान पाठक को लाने की मांग को लेकर स्कूल का बहिष्कार की है, इस संबंध में विकासखंड शिक्षा अधिकारी के एल मतवाले ने कहा के ग्रामीणों की शिकायत पर के उच्च अधिकारियों से चर्चा कर संकुल समन्वयक से हटाया गया है एवं दो शिक्षक नियमित रूप से स्कूल जा रहे हैं किंतु ग्रामीणों द्वारा दोनों शिक्षकों के हटाने की मांग की जा रही है जो आचार संहिता में संभव नहीं है एवं पूरे प्रकरण की जानकारी उच्च अधिकारी को दी चुकी है।