बीजापुर। नक्सलियों को एक बार फिर झटका लगा है। नक्सलवाद से हुए मोहभंग के चलते डीएकेएमएस उपाध्यक्ष व मूलवासी बचाओ मंच के उपाध्यक्ष ने नक्सल पंथ से तौबा कर पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण किया है। इसके साथ ही इस वर्ष अब तक 111 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण किया है। वहीं विभिन्न घटनाओं में शामिल रहे 243 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है। सरेंडर किये नक्सलियों को आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि दी गई है। पुलिस के मुताबिक बुधवार को पुलिस अधीक्षक बीजापुर डॉ. जितेंद्र कुमार यादव व पुलिस तथा सीआरपीएफ के आला अफसरों के समक्ष बुरजी आरपीसी डीएकेएमएस उपाध्यक्ष विच्चेम फरसी उर्फ बिज्जू निवासी कुरुष सदस्य व मूलवासी बचाओ मंच उपाध्यक्ष संदीप मोडिय़ाम निवासी सरपंचपारा मनकेली बीजापुर शामिल है। गायतापारा गंगालुर व गोरना मनकेली मिलिशिया
पुलिस के मुताबिक विच्चेम वर्ष 2007 से और संदीप 2022 से संगठन में सक्रिय है। आत्मसमर्पण करने पर इन्हें उत्साहवर्धन के लिए व शासन की आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति के तहत 25 -25 हजार रुपये नगद प्रोत्साहन राशि प्रदान किया गया। पुलिस के मुताबिक विच्चेम फरसा उर्फ बिज्जू वर्ष 2009 में तोडक़ा बालक आश्रम में तोडफ़ोड़ में शामिल, वर्ष 2010 में पुसनार गंगालुर मार्ग पर पेड़ काटकर मार्ग अवरुद्ध करने की घटना में शामिल, वर्ष 2021 में पुसनार गोरगीपारा के पास मूलवासी बचाओ मंच के सदस्यों के साथ पुसनार गंगालुर मार्ग पर जगह जगह गड्ढा खोदकर मार्ग अवरुद्ध करने में शामिल, वर्ष 2013 में पुसनार से हिरोली जाने वाले रास्ते मे जगह जगह गड्डा खोदकर मार्ग अवरुद्ध करने में शामिल रहा। वहीं संदीप वर्ष 2022 में गोरना मनकेली आरपीसी में मिलिशिया सदस्य के पद में शामिल हुए तथा मूलवासी बचाओ मंच का सदस्य के पद पर संगठन में शामिल हुआ। 2023 में मूलवासी बचाओ मंच का उपाध्यक्ष बनाया गया।