CG BREAKING: आदिवासी छात्रा के साथ मुस्लिम युवक ने बंधक बनाकर किया रेप
आरोपी फिरोज ने पीड़िता का प्राइवेट पार्ट को जलाया
Kondagaon. कोंडागांव। 'मेरी गर्दन पर धारदार कांच का टुकड़ा रखा। डराया-धमकाया, फिर जबरन फिरोज मुझे मुंबई ले गया। धारावी की बस्ती में एक कमरे में बंधक बनाकर रखा। कइ दिनों तक दोनों हाथ बंधे हुए थे। कमरे में रोशनी तक नहीं आती थी। चारों ओर से घर बंद था। वहां फिरोज मेरे साथ डेढ़ साल तक रेप करता रहा"। ये कहना है छत्तीसगढ़ के कोंडागांव की रहने वाली करीब 22 साल की एक आदिवासी युवती का। रिपोर्ट के मुताबिक फिरोज़ नाम का शख्स उसे किडनैप कर मुंबई ले गया और रेप करता रहा। मुंबई के एक शख्स की मदद से किसी तरह वहां से भागने में कामयाब रही। अभी वो कोंडागांव के जिला अस्पताल में अपना इलाज करा रही है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। टीम फिरोज को पकड़ने मुंबई गई है।
उस युवती ने आगे बताया- ''विरोध करने पर फिरोज ने 3-4 महीने पहले प्राइवेट-पार्ट को केमिकल डालकर जला दिया। गर्भाशय खराब हो गया है। खाना भी नहीं देता था। कई दिनों तक भूखे-प्यासे रखा। मोबाइल भी छीन लिया। उसने मारपीट भी की''। उसने और भी बहुत सी बातें कही हैं। मामला डेढ़ साल पुराना है। 2022-23 में युवती के पास अननोन नंबर से कॉल आया। युवती आरोपी फिरोज के नंबर को बार-बार ब्लॉक करती रही, लेकिन वह नए-नए नंबरों से कॉल करता रहा। इसी बीच एक दिन लड़की की तबीयत खराब हो गई। वह इलाज कराने अपने गांव से कोंडागांव आ गई। इसकी भनक आरोपी फिरोज को लगी। वह युवती का पीछा करते हुए पहुंचा। कांच की बोतल फोड़ा और गर्दन पर टिका दिया। उसे अपने साथ चलने को कहा। इसी दौरान मोबाइल भी छीन लिया।
“फिरोज ने युवती के मोबाइल से उसके परिजनों को मैसेज कर दिया कि वह सही सलामत है। उसे एक लड़के से प्यार हो गया है। वह घर बसाने चली गई है। घर वाले उसकी चिंता ना करें। इसके बाद फोन दोबारा वापस नहीं किया। युवती ने बताया कि फिरोज मुंबई की किसी फैक्ट्री में काम करता था। वहां धारावी की बस्ती में एक छोटा सा मकान था। ये एक ही कमरे का मकान था, जिसमें खिड़की तक नहीं थी। रोशनी तक नहीं आने देता था फिरोज। सुबह जब जाता था, तो हाथ-पांव में कपड़ा बांधकर जाता था। डेढ़ साल तक यही सिलसिला चलता रहा। युवती ने कहा कि वो किसी को नहीं जानती थी। किसी पर भरोसा नहीं कर सकती थी, लिहाजा, जिंदा रहने के लिए चुपचाप जुल्म सहती रही।
युवती ने बताया कि एक दिन फिरोज़ जब काम पर चला गया तो मोबाइल ले जाना भूल गया। युवती ने मौका पाकर किसी तरह से मोबाइल से एक नंबर निकाला। वह नंबर कपड़ा फैक्ट्री के मालिक का था। इसी फैक्ट्री में आरोपी फिरोज काम करता था। युवती ने मालिक को कॉल कर पूरी आपबीती बताई। युवती ने बताया कि फैक्ट्री मालिक ने उसकी मदद की। कमरे पर आकर उसने युवती के हाथ खोले और यहां से जल्दी निकल जाने की बात कही। डरी सहमी युवती मुंबई के सीएसटी रेलवे स्टेशन तक पहुंची। वहां से ट्रेन पकड़ी।
इस दौरान युवती ट्रेन में डरी सहमी सी बैठी रही। इसी बीच कुछ पुलिसकर्मी युवती के पास पहुंचे और टिकट दिखाने को कहा। युवती ने पुलिस को अपनी सारी कहानी बताई, जिसके बाद पुलिसवालों ने उसे ट्रेन में सफर करने दिया। पीड़िता ने बताया कि मुंबई के जिस व्यापारी ने उसे ट्रेन से जाने को कहा था, उसने रायपुर स्टेशन पर भी अपने परिचितों को पूरी कहानी बताकर युवती को पिकअप करने की बात कही थी। रायपुर पहुंचने के बाद आखिरकार किसी तरह वह बस में बैठकर कोंडागांव पहुंची। अपने घर पहुंचकर आपबीती बताई। इसके बाद उसने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई। इसके बाद उसे कोंडागांव के जिला अस्पताल लाया गया। यहां इलाज चल रहा है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कौशलेंद्र देव पटेल ने कहा कि मामला माकड़ी थाना क्षेत्र का है। डेढ़ साल पहले फिरोज नाम का युवक युवती को मुंबई ले गया था। पीड़िता ने परिजनों के साथ रिपोर्ट दर्ज कराई है। हमने टीम का गठन कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए टीम को मुंबई रवाना कर दिया है।