CG BREAKING: स्वास्थ्य सुविधाओं में कोताही बरतने पर होगी कड़ी कार्यवाही
छग
Durg. दुर्ग। कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी ने आज स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक में शिशु मृत्यु अंकेक्षण सहित समस्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों की गहन समीक्षा की। उन्होंने वित्तीय वर्ष 2024-25 में हुई चिन्हांकित शिशु मृत्यु के प्रकरण, प्रत्येक प्रसव प्रकरणों का पार्टोग्राफ भरते हुए आवश्यक होने पर समय पर उच्च संस्था में रिफरल करने हेतु भविष्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही सामने आने पर संबंधित के विरूद्ध शक्त कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उन्होंने राष्ट्रीय टीबी उन्मुलन कार्यक्रम के तहत समस्त गर्भवती महिलाओं की तथा स्वास्थ्य संस्थाओं की ओपीडी संख्या का 5 प्रतिशत एवं 01 दिन की भी खांसी/बुखार होने पर स्पूटम जांच सुनिश्चित करने कहा। ताकि यथाशीघ्र टीबी प्रकरणों का चिन्हांकन कर त्वरित उपचार प्रारंभ किया जा सके। कलेक्टर ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की समीक्षा करते हुए प्रत्येक गर्भवती का शीघ्र पंजीयन करने हेतु मैदानी स्तर पर निगरानी बढ़ायी जाने TBहेतु निर्देशित किया।
साथ ही घर पर हुए प्रसव को तुरंत रोक लगाने हेतु कठोर कदम उठाने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये। बैठक में जिला अस्पताल आईसीयु के निर्बाध संचालन, गंभीर गर्भवती महिला हेतु 01 आईसीयु बिस्तर आरक्षित रखने एवं हेतु आवश्यक मानव संसाधन एवं चिकित्सकीय उपकरण की तुरंत उपलब्ध कराने हेतु सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक को निर्देशित किया। बैठक में उपस्थित समस्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के संबंधित नोडल अधिकारी एवं कंसल्टेंट को सतत् निगरानी एवं उचित कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक में सहायक कलेक्टर श्री एम. भार्गव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज दानी, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक डॉ. हेमन्त कुमार साहू, डॉ. के. एस. संघा डीएमएस चंदुलाल चन्द्राकर शास. मेडिकल कॉलेज कचांदुर, डॉ. दिव्या श्रीवास्तव जिला टीकाकरण अधिकारी एवं नोडल शिशु स्वास्थ्य, डॉ. आर. के. खण्डेलवाल जिला कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. सी.बी.एस. बंजारे जिला नोडल अधिकारी आईडीएसपी, डॉ. अनिल कुमार शुक्ला जिला क्षय अधिकारी, श्री संदीप ताम्रकार जिला कार्यक्रम प्रबंधक, डॉ. अर्चना चौहान जिला नोडल अधिकारी मातृत्व स्वास्थ्य, डॉ. वाय. किरण कुमार, शिशु रोग विशेषज्ञ, डॉ. विनिता धु्रवे स्त्री रोग विशेषज्ञ, डॉ. अनिल सिन्हा आईसीयु विशेषज्ञ एवं समस्त सीपीएम, कंसल्टेंट व स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित थे।