CG BREAKING: हाथियों के झुंड ने गांव के घरों को किया तबाह

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Update: 2024-08-29 18:36 GMT
Raigarh. रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ वनमंडल में गोतमी हाथी का दल भी विचरण कर रहा है। बुधवार की रात जंगल से निकलकर दस हाथी का दल कापू वन परिक्षेत्र के कुमरता बीट के उपरसलखेता गांव में पहुंच गया। हाथियों ने ग्रामीणों के सात घर को तोड़ दिए। बताया जा रहा है कि गोतमी दल जब गांव पहुंचा तो इसकी आने की जानकारी ग्रामीणों को लग गई। इसके बाद सभी घरों से बाहर आ गए, लेकिन घर में रखे धान को खाने के लिए हाथियों ने एक-एक कर सात घरों को तोड़ दिया।


काफी देर तक हाथी गांव में रहे। वनकर्मी और ग्रामीण उन्हें भगाने का भी प्रयास किया, लेकिन हाथी धान खाने गांव में ही रहे। बाद में देर रात हाथी ग्रामीणों के धान के खेत भी घुस गए और खेतों में धान की फसल को नुकसान पहुंचाया। इसके बाद हाथी वापस जंगल की ओर चले गए। सुबह वन विभाग ने नुकसान का आकलन किया। ताकि मुआवजा की प्रक्रिया की जा सके। वनकर्मियों ने बताया कि गोतमी दल में एक नर और पांच मादा हाथी है। इनके साथ चार शावक हैं। धरमजयगढ़ वन मंडल में 47 हाथी विचरण कर रहे हैं और छाल में एक दल में 11 हाथी हैं। बाकी रेंज में एक से दो हाथी हैं।


बताया जा रहा है कि कापू रेंज के कई गांव जंगल के पास हैं। ऐसे में रात होने पर हाथी बस्ती तक पहुंच जाते हैं और धान की खुशबू पाकर उसे खाने के लिए घरों को तोड़ते हैं। कुमरता परिसर रक्षक गजानंद साय पैंकरा ने बताया कि हाथियों के आने की जानकारी ग्रामीणों को दे दी जाती है। कुछ गांव तो ऐसे हैं जहां वाहन से जाना मुश्किल है, लेकिन पैदल जाकर गांव में मुनादी कराई जाती है। ताकि कोई जनहानि न हो। ​​​​​धरमजयगढ़ वन मंडल के डीएफओ अभिषेक जोगावत ने बताया कि गोतमी दल आक्रमक नहीं है। धान खाने के लिए घर और खेतों में नुकसान करते हैं। हालांकि, वनकर्मी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
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