CG: मिशन वात्सल्य के तहत बाल अधिकारों के प्रति किया जा रहा जागरूक

छग

Update: 2024-07-25 18:10 GMT
Surajpur. सूरजपुर। कलेक्टर रोहित व्यास के निर्देशन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के मार्गदर्शन में जिले में सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में निवासरत बच्चों व मादक पदार्थाे का सेवन करने वाले बच्चों की पहचान के लिए सर्वेक्षण, रेस्क्यू एवं पुनर्वास हेतु विशेष सघन अभियान 15 जुलाई से 14 अगस्त तक कार्ययोजनानुसार संचालित किया जा रहा है। इस योजना के तहत छ.ग. शासन की बाल सक्षम नीति अंतर्गत सर्वेक्षण कार्य करते हुए जिला बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में मिशन वात्सल्य के तहत जिले के विकासखण्ड मुख्यालयों के शासकीय महाविद्यालय में बालक एवं बालिकाओं को बाल अधिकार एवं संरक्षण के प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से जागरूकता कार्यक्रम
आयोजित किये जा रहे है।
विकासखंड रामानुजनगर के शासकीय महाविद्यालय में कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य आर.के.साहू द्वारा किया गया। जिला बाल संरक्षण इकाई से संरक्षण अधिकारी अखिलेश कुमार सिंह के द्वारा बाल अधिकार एवं संरक्षण, किशोर न्याय अधिनियम 2015, दत्तक ग्रहण, बाल सक्षम नीति, बाल विवाह रोकथाम, एक युद्ध नशे के विरूद्ध, नशा मुक्ति जैसे गंभीर मुद्दों पर परिचर्चा एवं जागरूकता कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में बालिकाओ के शिक्षा एवं कौशल विकास को बढ़ावा देने, साथ ही बच्चों की सुरक्षा एवं संरक्षण के संबंध में जानकारी दी गई। बालिकाओं को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के अंतर्गत महिला बाल विकास के विभिन्न योजनाएं जैसे सुकन्या समृद्धि योजना, नोनो सुरक्षा योजना, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से अवगत कराया गया।
बच्चों के अधिकार एवं शोषण के संबंध में उन्हें चाइल्ड टोल फ्री नंबर से अवगत कराते हुए, इस पर बच्चों से संबंधित विभिन्न मुद्दों जैसे बाल श्रम, बाल भिक्षावित, बाल विवाह की सूचना प्रदान करने एवं इससे होने वाले दुष्प्रभाव से अवगत कराया गया। साथ ही बालिकाओं को, लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012, पॉक्सो एक्ट के तहत जानकारी प्रदान की गई। जागरूकता कार्यक्रम जिले के अन्य शासकीय महाविद्यालय में भी किया जावेगा। इस कार्यक्रम में श्रम विभाग के अधिकारियों द्वारा उपस्थित छात्र/छात्राओं को विभिन्न योजनाओं से अवगत कराया। साथ ही छात्र/छात्राओं को श्रम विभाग में अपने परिजनों व जानकार व्यक्ति जो कि श्रमिक है उनका श्रम पंजीकरण कराने हेतु जानकारी भी दिया गया। पंजीकृत श्रमिक के बच्चों को स्कूल, कॉलेज में मिलने वाले छात्रवृत्ति की जानकारी भी प्रदान किया गया। कार्यक्रम का परिचालन जिला बाल संरक्षण इकाई के परामर्शदाता जैनेन्द्र दुबे द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला बाल संरक्षण इकाई से पवन धीवर, चाईल्ड लाईन सूरजपुर से कार्तिक मजूमदार, रमेश साहू एवं महाविद्यालय के शिक्षक एवं शिक्षिका तथा छात्र, छात्राएं उपस्थित रहे।
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