CG: प्रशासन ने छात्रावास को किया सील, जानिए क्या है पूरा मामला ?

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Update: 2024-08-11 18:30 GMT
Jashpur. जशपुर। जशपुर जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से संचालित छात्रावास को शनिवार को खाली करवाया। अवैध तरीके से छोटे-छोटे बच्चों का हॉस्टल संचालित किया जा रहा था। इस हॉस्टल को संचालित करने की न प्रशासन से अनुमति थी और न ही कोई व्यवस्था। फिलहाल, जिला प्रशासन ने अवैध रूप से संचालित हॉस्टल को बंद करवा दिया है। दअरसल, जशपुर एसडीएम प्रशांत कुशवाहा शहर के दीपू बगीचा में बने भवन का आकस्मिक निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्हें पता चला की यहां पर नियम खिलाफ हॉस्टल संचालित किया जा रहा है। उनके द्वारा कार्रवाई कर यहां पर रह रहे बच्चों को शासकीय छात्रावास पहुंचाया गया। एसडीएम की उपस्थित में छात्रावास भवन को बंद कर चाबी नगर पालिका अधिकारी को
सौंपी गई है।


उन्होंने समाज प्रमुखों की मांग पर पूजा-पाठ के लिए चाबी दिए जाने के निर्देश दिए। इस दौरान एसडीएम ने संस्कृति कला केंद्र की जांच में पाया कि यहां पर संस्कृति कला केंद्र और राजीपड़हा नाम से दो भवन निर्मित है। राजीपड़हा टिकैटगंज में संचालित स्कूल के बच्चों को राजी पड़हा भवन में रखा गया था। हॉस्टल के रूप में संचालन के लिए किसी भी प्रकार की अनुमति नहीं ली गई थी। जांच के दौरान हॉस्टल में कई तरह की अनियमितताएं भी पाई गई। SDM की जांच टीम ने पाया कि छात्रावास में 29 बच्चे रह रहे हैं। अभी 27 बच्चें वहां पर मौजूद थे। जिनकी उम्र लगभग 3 साल से लेकर 14 साल तक है। जांच के दौरान यह भी पाया गया की इसमें से 3 बच्चे का स्वास्थ्य ठीक नहीं था। जिस पर जिला प्रशासन की टीम ने कार्रवाई करते हुए बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल भेज दिया है। जहां पर उनका इलाज चल रहा है। SDM ने बच्चों के बेहतर इलाज के लिए अस्पताल प्रबंधन को निर्देश भी दिए हैं। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की चिरायु की टीम ने बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। जांच में 15 बच्चे कुपोषित और एक बालिका एनिमिक पाई गई।
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