बर्ड फ्लू को लेकर केंद्र सरकार का बड़ा फैसला...चिड़ियाघर के प्रबंधको को दिए ये निर्देश
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नई दिल्ली। देश भर में करीब 1,200 पक्षियों के मृत पाए जाने तथा सात राज्यों में 'एवियन इन्फ्लुऐंजा' फैलने की पुष्टि होने के एक दिन बाद, रविवार को केंद्र ने विभिन्न चिड़ियाघर प्रबंधनों को निर्देश दिया कि वे केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को दैनिक रिपोर्ट भेजें और ऐसा तब तक जारी रखें जब तक कि उनके इलाके को रोगमुक्त घोषित नहीं कर दिया जाता.
पर्यावरण मंत्रालय के तहत आने वाले सीजेडए ने कार्यालयी ज्ञापन जारी कर सभी चिड़ियाघरों के प्रबंधन को निगरानी रखने और पक्षियों के दड़बों के प्रबंधन को मजबूत करने का निर्देश दिया. इसमें कहा गया, ''रोगग्रस्त इलाकों में पक्षियों के दड़बे वाले हिस्सों में प्रवेश को रोका जा सकता है तथा उस पर निगरानी भी रखी जा सकती है. चिड़ियाघर में आने वाले सभी वाहनों को सैनिटाइज किया जाए. चिड़ियाघर के भीतर सभी जलाशयों पर निगरानी रखी जाए तथा कृत्रिम जलाशयों को खाली भी किया जा सकता है. '' इसमें यह भी कहा गया कि चिड़ियाघर के प्रभारी को सीजेडए को तब तक दैनिक रिपोर्ट भेजनी होगी जब तक कि इलाके को एवियन इन्फ्लुऐंजा से मुक्त घोषित नहीं कर दिया जाता.
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के एक कुक्कुट पालन केंद्र में 900 पक्षियों सहित पूरे भारत में शनिवार को 1,200 से अधिक पक्षी मृत मिले. इसके साथ ही केंद्र ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है और अब इस बीमारी से संबंधित राज्यों की संख्या सात हो गई है. केंद्र ने कहा कि दिल्ली, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में मृत पक्षियों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं जिनकी रिपोर्ट आने के बाद ही वहां बर्ड फ्लू होने या न होने संबंधी कोई पुष्टि हो पाएगी. जिन राज्यों में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि हुई है, उनमें उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और गुजरात हैं. इस बीच, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि बर्ड फ्लू की दहशत के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में जीवित पक्षियों के आयात पर रोक लगा दी गई है तथा गाजीपुर कुक्कुट बाजार अगले 10 दिन तक बंद रहेगा.