कुम्हारी टोल प्लाजा पर पकड़ाया करोड़ों का गांजा

Update: 2022-09-29 06:15 GMT

आकिफ फरिश्ता

छत्तीसगढ़ में एनसीबी की बड़ी कार्रवाई, गांजे की बड़ी खेप जब्त, शिकंजे में दो तस्कर

इंदोर की एनसीबी जोनल ऑफिस को मिला इनपुट, कुम्हारी पुलिस के साथ मिलकर की कार्रवाई

छग की राजधानी से हो कर गांजे की तस्करी, राजधानी पुलिस को भनक तक नहीं लगी

गांजा तस्करी रोकने में छग पुलिस का खुफिया तंत्र फेल

नारकोटिक्ससेल जिलों में कार्रवाई तक सिमटा

रायपुर। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम ने आधी रात को दुर्ग के कुम्हारी टोल नाके पर बड़ी कार्रवाई करते हुए गांजे की बड़ी खेप के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के मुताबिक इंदौर की एनसीबी जोनल ऑफिस की टीम को एक बड़ा इनपुट मिला था कि छत्तीसगढ़ के रास्ते उड़ीसा से नागपुर की तरफ गांजे की बड़ी खेप ले जाई जा रही है। जिसपर एनसीबी की टीम ने कुम्हारी थाना पुलिस की मदद से सुबह से ही कुम्हारी टोलनाके पर नाकेबंदी कर रखी थी और मिले हुए इनपुट की वाहनों पर नजर रखे हुए थे। बता दे कि देर रात उड़ीसा पासिंग दो बोलेरो को रोका गया और थाने लाकर तलाशी ली गई तो उसमें छत कटवाकर बनवाये गए स्पेशल बॉक्स को खोलकर तलाशी ली गई, तो टीम के होश उड गये क्योकि उसमें गांजे को स्पेशल पैकिंग कर बहुत ही तरकीब से रखा गया था। जानकारी के मुताबिक हृष्टक्च की इंदौर जोनल ऑफिस की टीम को मादक पदार्थ के तस्करी करने वाले एक शातिर गैंग का दिल्ली से एक महत्वपूर्ण इनपुट मिला था और आज गांजे की बडी खेप ले जाने की सूचना थी, जिस पर एनसीबी की टीम ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के आलाधिकारियो से संपर्क कर बड़े ही गोपनीय तरीके से नाकेबंदी कर रखी थी जिसके बाद देर रात इन दो बोलेरो को रोका गया और उसमें सवार पम्पा पुष्पा राव और कोडिरिया बाबूराव को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि बोलेरो लेकर जा रहे दोनो तस्कर विशाखापट्टनम के रहने वाले है और उड़ीसा के मलकानगिरी से नागपुर तक लेकर वहां दुसरे तस्करो के हवाले कराना था, जिसके लिये उनको 50 हजार रूपये मिलने थे। एनसीबी की टीम ने इन दोनों बोलेरो से करीब 300 किलो से ज्यादा का गांजा जब्त किया है, जिसकी कीमत 6 लाख रूपयो से ज्यादा बताई जा रही है। बताया ये भी जा रहा हैं कि एनसीबी की टीम इन तस्करी गैंग पर पिछले एक महीने से नजर रखे हुए थे जिसके बाद कुम्हारी पुलिस के साथ मिलकर ये बडी कार्रवाई को अंजाम दिया है। फिलहाल एनसीबी की टीम दोनो गिरफ्तार तस्करो से पुछताछ में जुटी है और कई बड़े खुलासे होने की आशंका है। फिलहाल एनसीबी की टीम इन शातिर तस्करो को आज कोर्ट में पेशकर ट्राजिट रिमांड पर लेकर इंदौर रवाना हो सकती है।

राजधानी बना गांजा का सबसे बड़ा डंपिंग सेंटर

राजधानी को देश भर तस्करों ने गांजा और नशीले पदार्थ का डपिंग सेटंर बना रखा है। यहां से पूरे देश में गांजा की सप्लाई कार और ट्रेन के रास्ते तस्कर कर रहे है। पुलिस की सुरक्षा तंत्र को फेल करने में अंतरराज्यीय तस्करों का रैकेट काम कर रहा है। पुलिस को चकमा देकर बड़ी-बड़ी खेप ले जा रहे, मुंबई में पकड़ाया करोड़ों का गांजा रायपुर में नशे के कारोबार बेखौफ चल रहा हैं।

छोटी मछली ही पकड़े जा रहे

छुटभैय्ये नेताओं से नजदीकी के कारण पुलिस भी कार्रवाई करने में पीछे रहती है। नारकॉटिक्स सेल बनने के बाद ऐसा महसूस हो रहा था कि नशे की कारोबारी सरेंडऱ कर देंगे लेकिन छोटी मछली ही पकड़ में आ रहे है, और बड़ी मछलियां पुलिस के हाथों से कोसो दूर है। छग में ड्रग माफिया, सटोरिये, अपराधी बेखौफ छत्तीसगढ़ में ड्रग माफिया से लेकर सटोरिये-जुआरी से लेकर अपराधी तक बेखौफ हैं। राजधानी से लेकर तमाम बड़े शहरों में अपराध और अवैध कारोबार करने वाले सक्रिय हैं। पुलिस जहां अपराध रोकने में लगातार काम कर रही उसके बाद भी असफल साबित हो रही है। वहीं ड्रग माफिया पुलिस को चकमा देने में सफल हो रहे है।

सटोरियों को पकडऩे का दिखावा

अभियान चलाने के नाम पर छोटे अपराधियों और अवैध धंधों की छोटी मछलियों को ही पकड़ कर पुलिस अपराधियों, जुआरियों, सटोरियों को पकडऩे का दिखावा करती है। जबकि राजनीतिक और प्रशासनिक संरक्षण में बड़े अपराधी, हिस्ट्रीशीटर, ड्रग माफिया और सट्टा-जुआ के सिंडीकेट चलाने वाले बेखौफ होकर अपनी गतिविधियां संचालित कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ सरकार को भी अपराधियों, हिस्ट्रीशीटर्स और ड्रग व सट्टा माफिया के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उनके प्रापर्टी सीज करने के साथ अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाने की कार्रवाई करनी चाहिए।

सीमाई इलाका गांजा तस्करों के जद में

आंध्र-ओडि़शा से छत्तीसगढ़ का बड़ा सीमाई इलाका तस्करों के जद में है। ऐसे में तस्कर राज्य के सड़क व टे्रन रुट का इस्तेमाल गांजा तस्करी करते हैं। यहीं से गांजे की बड़ी-बड़ी खेप मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड बिहार, उत्तरप्रदेश सहित तमाम उत्तर पश्चिम के राज्यों में पहुंच रही है। छत्तीसगढ़ पुलिस ने गांजा तस्करी रोकने प्राय: सभी जिलों में नारकोटिक्स सेल गठित किया है। सेल गठित होने के बाद तस्करों की धरपकड़ बढ़ी है लेकिन खुफिया तंत्र की नाकामी के चलते पुलिस दस में से महज एक-दो मामले ही पकड़ पाती है। बाकी मामलों में तस्कर अपने ठिकाने तक गांजा पहुंचाने में कामयाब हो रहे हैं। यही कारण है कि गांजे की बड़ी-बड़ी खेप छत्तीसगढ़ के रास्ते दूसरे राज्यों में पहुंच रही है।

यूपी की तरह मप्र की तरह छत्तीसगढ़ में हो कार्रवाई

मध्यप्रदेश में प्रशासन ने जुआ, सट्टा, अवैध वसूली, मारपीट आदि अपराध करने वाले आदतन अपराधियों के अवैध निर्माण पर एक बार फिर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई शुरू कर दी है। इस तरह की कार्रवाई पुलिस प्रशासन को छत्तीसगढ़ में करने की जरूरत है। जिससे तस्करों को हौसले पस्त हो और ठिकाने ढह सके। एमपी रतलाम के राजबाग कॉलोनी में आरोपित दिलीप मारू के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला कर उसे तोड़ दिया।

=आनलाइन सट्टा: 300 किराये के खातों से करोड़ों का लेनदेन

आनलाइन गेमिंग महादेव और रेडी अन्ना एप के जरिए छत्तीसगढ़ समेत दस राज्यों में आनलाइन सट्टे का खेल मुंबई और दुबई से बैठकर संचालित करने वाले सट्टा किंग सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की अब तक पुलिस लोकेशन ट्रेस नहीं कर पाई। इस मामले में पकड़े गए खाइवाल से पूछताछ और जांच में पुलिस के हाथ करीब 300 ऐसे बैंक खातों की जानकारी मिली है, जिनसे सट्टे का करोड़ों रुपये का लेनदेन हुआ है। अधिकतर खाते झारखंड,बिहार,उत्तरप्रदेश के है।पुलिस को आशंका है कि ये खाते किराए पर खाइवालों ने ले रखा था।

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