धर-पकड़, फिर भी नहीं रुक रही गांजे की तस्करी

Update: 2021-07-05 05:59 GMT

गली-मोहल्ले में बेचने वाले सक्रिय, पुलिस हर दिन कर रही कार्रवाई

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। गुढिय़ारी थाना इलाके के गोगांव क्षेत्र के केटला मैदान में रोजाना खुलेआम गांजा बिक रहा है। पुलिस की लगातार कार्रवाई के बावजूद गांजे की बिक्री बढ़ती जा रही है। रोजाना पुलिस गांजे की तस्करी के बड़े खेप को पकड़ रही है, लेकिन बाद भी गांजे की बिक्री पर रोक नहीं लग पा रहा है, गुढिय़ारी थाना क्षेत्र अंतर्गत रोज गांजे की बिक्री धड़ल्ले से हो रहा है। जनता से रिश्ता विगत 15 महीनों से गांजा तस्करी के नए तरीके और तस्करी के रास्तों के बारे में ख़बरें प्रकाशित करता आ रहा है। जिसका असर भी हो रहा है, लगातार पुलिस गांजे की बड़ी खेप को पकड़ ही रही है। रोजाना 2 किलो से ज्यादा गांजा पुलिस जब्त कर ही रही है। लेकिन उसके बाद भी गुढिय़ारी के गोगांव केटला मैदान में खुलेआम गांजा बिक रहा है।

रायपुर डॉन धधे के लिए हर दिन लेते मीटिंग

हर दिन शाम को रक्सेल गैंग, तंजील गैंग, रवि साहू गैंग की मीटिंग होती हैं और इस मीटिंग में सभी शामिल होकर गांजा और शराब की पार्टी उड़ाते है। शहर से लेकर ग्रामीण अंचल में आवंटित दुकानों की आड़ में अब प्रतिबंधित मादक पदार्थ गांजा की बिक्री का खेल खुलेआम होने लगी है। पुलिस के नाक के नीचे से अपराधी रोज मीटिंग करते हैं और अपने आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देते है और पुलिस मूकदर्शक बनकर तमाशा देखते रहती है। रोजाना इस तरह का खेल चलते रहता है।

विक्की सरदार, बाबा सागर गैंग कर रहे कारोबार

राजधानी में शराब और गांजे की तस्करी का खेल खुलेआम चल रहा है। गुढिय़ारी के गोगांव इलाके में स्थित केटला मैदान में नशे के कारोबार को कैमरे में कैद किया। यहां गांजा, हेरोइन, चरस आदि का कारोबार धड़ल्ले से चलता है। शहर के अधिकांश लोग यहां से ही गांजा, अफीम ले जाकर सप्लाई करते हैं। कई राज्यों से होती है। यहां गांजा उड़ीसा से, हेरोइन नागपुर से और अफीम मध्यप्रदेश से आती है। इसे लिए तस्करों ने महिलाओं और बच्चों को नियुक्त कर रखा है। वो हर दो सप्ताह में ट्रेन व बस से माल लेकर रायपुर पहुंचाते है। तस्कर कई बार पकड़े भी जाते हैं, लेकिन छुटभैय्या नेताओं की मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं की जाती।

डी कंपनी के तर्ज पर हो रहे कारोबार

राजधानी में रवि और आसिफ अब अपने करोबार को चलाने के लिए डी-कंपनी का तरीका अपनाने लगे है। रायपुर में नामी सट्टा किंग रवि साहू, और गांजा तस्कर आसिफ को पुलिस अब तक पकड़ नहीं पाई है। और ये दोनों अपराधी अपने धंधे को डी-कंपनी की तरह चलाते जा रहे है। पुलिस भी इस बात से बेखबर है और सबसे हैरान करने वाली बात तो ये है कि पुलिस इनके ठिकानों में छापा मारने जाते भी है तो रवि और आसिफ गैंग डी-कंपनी के जैसे काम करने लगे है। हर गलियों में अपने गुर्गे बिठाकर रखे है। लोगों को गांजा बेचने के लिए आसिफ अपने गुर्गों का इस्तेमाल करता है। और सट्टा खिलाने के लिए रवि अपने गुर्गों का। इन दोनों मास्टर माइंड अपराधियों तक पुलिस का पहुंच पाना मुश्किल है क्योंकि इन रवि और आसिफ गैंग डी-कंपनी के जैसे काम करने लगे प्राप्त है। दोनों को 3 बड़े पुलिस अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ है।

कार्रवाई के बाद भी कारोबार चल रहा

नशे के कारोबारियों की हिम्मत बढ़ी है तो उसका सबसे बड़ा कारण है कुछ छुटभैय्या नेता, क्योंकि कुछ छुटभैय्या नेताओं के संरक्षण की वजह से आज नशे का कारोबार और कारोबारी अपनी काली कमाई चरम सीमा पर है। एक मंत्री को इतनी तनख्वा नहीं मिलती होगी जितनी एक गांजा कारोबारी को एक दिन में मिल जाता है। रायपुर शहर में पुलिस जब से एक्शन मोड़ में आयी है तब से नशे के सौदागरों में एक अलग तरह का खौफ दिखने लगा है। बावजूद असामाजिक तत्वों ने अपने धंधों को चलाने के लिए जगह-जगह पर अब भी अपने अड्डे बना लिए हैं। शहर के भीतर नशे के सौदागरों ने अपने अड्डे बना लिए है। शहर में गांजा, शराब, सट्टा और जुआ का कारोबार जोर-शोर से चल रहा है। उनका संचालन बेखौफ किया जा रहा है।

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