बालकों के रेस्क्यू व पुनर्वास के लिए चलाया जाएगा अभियान

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Update: 2023-06-02 15:30 GMT
सुकमा। राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के निर्देशानुसार और कलेक्टर हरिस एस के मार्गदर्शन में 1 से 23 जून तक जिले में सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में रह रहे बालकों के रेस्क्यू एवं पुनर्वास के लिए 23 जून तक अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान ऐसे बच्चे जो बिना किसी सहारे के सड़कों पर अकेले रहते है, दिन में सड़कों पर रहते है और रात में निकट की झुग्गी-झोपड़ी बस्तियों में रहने वाले अपने परिवार के पास घर आ जाते हैं, ऐसे श्रेणी के बच्चे अपनी उत्तरजीविता, भोजन, पानी, वस्त्र, आश्रय एवं संरक्षण के लिए प्रतिदिन विभिन्न प्रकार के संघर्षों एवं चुनौतियों का सामना करते हैं। ऐसे बच्चों की पहचान कर उन्हें संरक्षण प्रदान करने, शिक्षा एवं अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने, उनके परिवारों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाते हुए उनके प्रशिक्षण एवं रोजगार की व्यवस्था के लिए विभिन्न विभाग के समन्वय से कार्ययोजना बनाई जाएगी।
अभियान की रूपरेखा के अनुसार जिले के चिन्हांकित हॉट स्पॉट क्षेत्र तोंगपाल, छिन्दगढ़, सुकमा, दोरनापाल और कोन्टा में सड़क एवं सड़क जैसी परिस्थितियों में निवासरत बालकों के रेस्क्यू एवं पुनर्वास के लिए अभियान चलाया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग एवं श्रम विभाग की संयुक्त दल स्ट्रीट सिचुएशन्स में रह रहे बालकों को बेहतर भविष्य एवं उनके परिवार को शासकीय योजनाओं से जोड़कर लाभ पहुंचाने, बच्चों की देखरेख, उनके शाला प्रवेश तथा शिक्षा निरंतर जारी रखने, उन्हे आश्रय प्रदान किए जाने के उद्देश्य से उचित सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 23 जून तक जिले के विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण करेगी।
जिला कार्यक्रम अधिकारी संजुला शर्मा ने अभियान में चिन्हांकित बालकों को बालक कल्याण समिति के समक्ष प्रस्तुत कर किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 एवं नियम 2022 के प्रावधन अनुसार पुनर्वास की कार्यवाही के साथ ही पोर्टल पर सभी बालकों के संबंध में जानकारी संधारित की जाएगी। उन्होंने आम जनता से ऐसे बच्चों को लाभ पहुंचाने के लिए इसकी सूचना 1098 के साथ ही मोबाइल नंबर 7646972402 पर देने की अपील है।
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