होटलों और क्लबों के कैमरे की हो रही जांच

Update: 2021-12-29 06:23 GMT

देश में कहीं भी न्यू ईयर का सेलिब्रेशन नहीं इस लिए पुलिस सख्त

रायपुर (जसेरि)। ओमीक्रान की तेजी से पांव पसारने को लेकर प्रशासनिक अमला सतर्क हो गया है। देश में लगातार ओमिक्रान के मामले बढ़ाते ही जा रहे है। पुलिस में न्यू ईयर सेलिब्रेशन की भीड़ क्षमता से कम करने जुट गई है इसी सिलसिले में दो दिनों से होटलों, रिसार्ट, क्लबों और फार्महाउस में होने वाले आयोजनों स्थल पर पहुंचकर वहां के सीसीटीवी फुटेज लेकर जांच करने में जुट गई है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन करते पाए जाने पर होटलों के लाइसेंस तुरंत रद्द होंगे। प्रशासन ने होटलों को निर्देश दिया है कि जितनी क्षमता हो उसमें 50 परसेंट ही उपस्थिति ली जाए। यदि नियम का उल्लंघन हुआ तो दंड मिलना तय है। पुलिस प्रशासन नए साल में घटना-दुर्घटना को रोकने के लिए पूरी तरह मुस्तैद दिखाई दे रही है। नए साल के जश्न समारोह में किसी भी तरह की लापरवाही न हो इसलिए अफसरों की टीम लगातार होटल, क्लब और कैफों की जांच कर रही है। कलेक्टर की ओर से बनाई गई समिति ने कई होटलों की जांच की। उन्होंने होटल और क्लबों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। उन्होंने कैमरों की जांच की वो ठीक से चल रहे हैं या नहीं। ताकि इससे होटलों और क्लबों में लोगों की भीड़ का पता चल सके। अफसरों ने चेतावनी दी है कि नए साल के समारोह के बाद भी फुटेज की जांच की जा सकती है। ताकि पता लगाया जा सके कि कोरोना गाइडलाइन का पालन किया गया है या नहीं। अफसरों की टीम ने सभी होटल संचालकों से कहा है कि वे यह सुनिश्चित कर लें कि उनका पूरा स्टाफ वैक्सीनेट है। सभी कर्मचारियों को वैक्सीन का डबल डोज पूरा होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान भी लोगों को बताया जाए कि केवल डबल डोज लगाने वाले लोग ही इसमें शामिल हों। कलेक्टर सौरभ कुमार ने अफसरों से कहा है कि वे 31 दिसंबर के पहले तक सभी जगहों की जांच पूरी कर लें। सख्त चेतावनी के बाद भी नियम तोड़े गए तो होटल, क्लब, कैफों के लाइसेंस रद्द कर दिए जाएं। इस जांच के अलावा अब आबकारी विभाग ने भी अवैध शराब की बिक्री पर जांच तेज कर दी है। आउटर के ढाबों और दूसरी जगहों पर जाकर अफसर इसकी जांच कर रहे हैं।

बाहर से आने वाली गाडिय़ों की जांच : मध्यप्रदेश, ओडिशा और झारखंड से आने वाली गाडिय़ों की लगातार जांच की जा रही है। अफसरों ने बताया कि बिना अनुमति के कहीं भी शराब परोसी गई तो उस जगह को सील कर दिया जाएगा। 31 दिसंबर की रात में भी तय समय के बाद कहीं भी शराब नहीं दी जा सकेगी। इसकी जांच के लिए विभाग की टीम शहर में घूमेगी।

फुल लॉकडाउन के आसार?

कोरोना और उसके नए वेरिएंट ओमीक्रॉन के बढ़ते मामले को देखते हुए देश में अधिकांश राज्य सरकार ने सख्ती लगानी शुरू कर दी है. इसके लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सख्त हिदायत देते हुए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 के गाइडलाइंस का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए है। कई राज्यों में कोरोना और ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमण के कारण नाइट कर्फ्यू लगा दिया है, वहीं अन्य कई राज्यों ने गाइडलाइंस के तहत सख्ती भी शुरू कर दी है. महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमीक्रॉन वेरिएंट के सबसे ज्यादा मरीज मिल रहे हैं और अब धीरे-धीरे ये नया वेरिएंट अन्य राज्यों में भी तेजी से पैर पसार रहा है. ऐसे में अगर कोवि- के इस फैलते संक्रमण के कारण मृत्यु दर में बढ़ोतरी होती है तो लॉकडाउन भी लगाया जा सकता है कोरोना संक्रमण की पॉजिटिविटी दर व मृत्यु दर को देखकर ही किसी भी राज्य या देश में सरकार पूर्ण लॉकडाउन लगाने का फैसला करती है. जब लोगों को दी गई हिदायत के बावजूद संक्रमण फैलने का और मृत्युदर में इजाफा होने का खतरा मंडराने लगता है तो लोगों की जान बचाने के लिए सरकारें लॉकडाउन का फैसला लेती हैं. देश में फिलहाल पॉजिटिविटी दर अभी वैसी नही है कि लॉकडाउन का फैसला लिया जाए. प्रतिबंध लगाए गए हैं स्थिति बिगडऩे पर इसका फैसला भी लिया जा सकता है. अगर संक्रमण दर 3 से 5 फीसदी तक हो जाता है तो हालात काफी चिंताजनक हो जाते हैं। कोरोना की पॉजिटिविटी रेट कोविड-19 बीमारी के संबंध में बात करें तो पॉजिटिविटी रेट वह आंकड़ा होता है, जो दर्शाता है कि किए जा रहे कुल परीक्षणों में से कितने सकारात्मक आ रहे हैं।

कम सकारात्मकता दर एक अच्छा संकेत होता है, वहीं उच्च पॉजिटिविटी रेट यह बताता है कि संक्रमण तेजी से फैल रहा है. अगर हाई पॉजिटिविटी रेट हो जाए तो फिर अंतिम विकल्प के रूप में लॉकडाउन का फैसला लिया जाता है।

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