अपनी जान जोखिम में डालकर कर्मचारी ने कई गांवों को किया उजियारा, ठप था बिजली

Update: 2022-08-13 07:43 GMT

दुर्ग। बीते दिनों हुई लगातार बारिश की वजह से शिवनाथ नदी उफान पर आ गई थी। आसपास के क्षेत्र में बाढ़ के हालात हो गए थे। दुर्ग जिले के ग्राम अंडा क्षेत्र में शिवनाथ नदी के किनारे हैं। बिजली की उच्च क्षमता वाली लाइन भी गुजरी है। इस लाइन के पोल का आधा हिस्सा भी बाढ़ के पानी में डूब गया था। इस बिजली लाइन में एक जगह फाल्ट आने से आधा दर्जन गांव की बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी। जानकारी मिलने के बाद बिजली कर्मियों ने जन सुविधा को देखते हुए जोखिम उठाया और उफनती शिवनाथ में ट्रैक्टर वाहन के ट्यूब का सहारा लेकर बिजली पोल तक पहुंचे और मरम्मत कार्य किया।

जानकारी के अनुसार बिजली कंपनी के अंडा वितरण केंद्र के अंतर्गत उच्चदाब 33 केवी क्षमता वाले लाइन में फाल्ट आया था। जिसमें पुलगांव 132/33 केवी उपकेंद्र से 33/11 केवी चंद्रखुरी के लिए निकले 33 केवी लाइन में ठाकुर होटल पुलगांव के पीछे स्थापित एबी स्विच में जंपर कट गया था। इससे चंद्रखुरी उपकेंद्र की विद्युत सप्लाई बाधित हो गई। साथ ही उच्चदाब विद्युत उपभोक्ताओं की बिजली सप्लाई भी प्रभावित हुई। जिसे दुरुस्त करने का प्रयास प्रारंभ हुआ तो अंडा वितरण केंद्र के कर्मचारी और अधिकारी स्थल पर पहुंचे। फाइट वाली जगह का बिजली पोल आठ से दस फीट नदी के पानी में डूबा हुआ था। जहां पर लगभग 200 मीटर तैरकर ही पहुंचा जा सकता था। तत्काल आवश्यक सुरक्षा उपकरण, औजार एवं आवश्यक सामग्री लेकर विद्युत कर्मी उक्त स्थल के लिए ट्यूब के सहारे तैरते हुए रवाना हुए और विद्युत सप्लाई बहाल की।

बिजली वितरण कंपनी दुर्ग सर्किल क्षेत्र के मुख्य अभियंता एम.जामुलकर ने बताया कि अंडा ग्रामीण वितरण केंद्र के अंतर्गत ग्राम चंदखुरी, कोड़िया, हनोदा, कोकड़ी, भानपुरी की विद्युत आपूर्ति बंद थी। सूचना मिलने के बाद सहायक यंत्री अविनाश दुबे एवं तकनीकी कर्मचारी लेखराम उमरे, धनेश चंद्राकर, लोकनाथ दिल्लीवार, दशरथ सिन्हा एवं वीरेन्द्र निषाद ने मौके पर जाकर मरम्मत कार्य किया।

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