स्वास्थ्य विभाग के अनुसार अब तक सर्वाधिक 67 केस रायपुर में मिले हैं। इनमें से 33 लोगों का इलाज अस्पताल में जारी है। पूरे प्रदेश में अभी 61 मरीजों का इलाज चल रहा है। स्वाइन फ्लू को लेकर स्वास्थ्य विभाग भले ही बेहतर व्यवस्था का दावा कर रहा है, लेकिन अस्पतालों में इलाज के लिए पर्याप्त सुविधाएं ही नहीं हैं।
राजधानी की बात करें तो एम्स के साथ ही आंबेडकर अस्पताल को स्वाइन फ्लू जांच का सेंटर बनाया गया है। लेकिन आंबेडकर अस्पताल में रिएजेंट किट नहीं होने की वजह से जांच ही बंद है। ऐसे में मरीजों के सामने भटकने की नौबत आ रही है। अस्पताल के छाती रोग व मेडिसिन विभाग के चिकित्सकों के अनुसार ओपीडी में स्वाइन फ्लू के लक्षण वाले मरीज लगातार पहुंच रहे हैं, लेकिन जांच व दवाएं नहीं होने की वजह से उनको सही इलाज नहीं मिल पा रहा है।