रायपुर में तैनात BSF कमांडेंट सतीश कुमार गिरफ्तार...इस मामले में CBI ने की कार्रवाई

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Update: 2020-11-17 14:42 GMT

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने मंगलवार को मवेशी तस्करी के मामले में बीएसएफ के कमांडेंट सतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया. मंगलवार को साल्टलेक स्थित सीबीआई कार्यालय (CBI Office) में सुबह से कमांडेंट सतीश कुमार से पूछताछ हो रही थी. सीबीआई के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, पूछताछ के दौरान कमांडेंट सतीश कुमार के जवाब से असंतुष्ट अधिकारियों ने सतीश कुमार को गिरफ्तार कर लिया. सतीश को कल अदालत में पेश किया जाएगा. अदालत में सीबीआई अपनी हिरासत में लेने के लिए अपील करेगी. उसके बाद पूछताछ के बाद सीबीआई मवेशी तस्करी से जुड़े तथ्यों का पता लगाएगी.

तस्करी का मास्टरमांइड इनामुल हक को किया था गिरफ्तार

सीमा पार पशु व्यापार मामले में मास्टरमाइंड और कथित पशु तस्कर में से एक मोहम्मद इनामुल हक को सीबीआई ने हाल में दिल्ली से गिरफ्तार किया था. हक की गिरफ्तारी पश्चिम बंगाल के कोलकाता में दो चार्टर्ड एकाउंटेंट के आवासीय और कार्यालय परिसरों के पांच स्थानों पर तलाशी के बाद मिले कागजात के आधार पर गिरफ्तार किया गया था.

इनामुल के साथ सतीश कुमार के खिलाफ दर्ज हुई थी FIR

सीमा सुरक्षा बल कमांडेंट सतीश कुमार के साथ इनामुल हक के खिलाफ 21 सितंबर को दर्ज सीबीआई की प्राथमिकी (FIR) में मुख्य आरोपी के रूप में नामजद किया गया था. कुमार वर्तमान में छत्तीसगढ़ के रायपुर में तैनात थे. दोनों के अलावा, सीबीआई ने एक प्रारंभिक जांच के बाद सार्वजनिक कर्मचारियों द्वारा दुराचार के आरोप में अरनुल एसके, मोहम्मद गोलाम मुस्तफा और अन्य अज्ञात व्यक्तियों का नाम लिया है, जिसमें अवैध व्यापार में भारत-बांग्लादेश सीमा पर तैनात अधिकारियों की संलिप्तता का पता चला है.

गायों की तस्करी में शामिल रहे हैं बीएसएफ कमांडेंट

सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि कमांडेंट सतीश कुमार ने दिसंबर 2015 और अप्रैल 2017 के बीच पश्चिम बंगाल में अपनी पोस्टिंग के दौरान 20 हजार से अधिक गायों को कथित तौर पर जब्त कर लिया, इससे पहले कि उन्हें बांग्लादेश पहुंचाया जा सके, लेकिन इसमें शामिल वाहनों को जब्त नहीं किया गया. बीएसएफ अधिकारी ने सीमा शुल्क अधिकारियों (Custom Officials) और तस्करों के साथ मिलकर 24 घंटे के भीतर जब्त मवेशियों की नीलामी की. मामले में नामित तस्करों ने आरोपी अधिकारियों को पैसे दिए. सीमा शुल्क अधिकारियों ने मामले में नामजद सफल नीलामीकर्ताओं से नीलामी मूल्य का 10 प्रतिशत रिश्वत लिया.

बीएसएफ अधिकारी का बेटा इनामुल हक की कंपनी में था कार्यरत

बीएसएफ अधिकारी का बेटा भुवन हक इंडस्ट्रीज द्वारा प्रमोट की गई कंपनी हक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड में कार्यरत था. भुवन को मई 2017 और दिसंबर 2017 के बीच प्रति माह वेतन के रूप में 30,000 से 40,000 रुपये का भुगतान किया गया, जो मवेशी तस्करी रैकेट के साथ उसके संबंधों को दशार्ता है.


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