रायपुर (जसेरि)। भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राजधानी रायपुर में गंभीर पेयजल संकट व गंदे पानी की समस्या को लेकर निगम प्रशासन को घेरा है। उन्होंने कहा कि राजधानी में भूजल का स्तर लगातार गिर रहा है। हैण्ड पंप बंद हो गए हैं, तालाब भी सूख रहे हैं। अगर समय रहते इस दिशा में ध्यान नहीं दिया गया तो पेयजल को लेकर भयावह स्थिति उत्पन्न हो जायेगी। उन्होंने कहा कि तीन साल पहले स्मार्ट सिटी से शहर के मध्य घनी आबादी वाले क्षेत्र (एबीडी एरिया) में 24 घंटे पेयजल की योजना के लिए 93 करो? 91 लाख रूपये आबंटित किए जा चुके हैं, पर कट मनी के चक्कर में अब तक टेंडर व काम चालू नहीं कराया। अग्रवाल ने दावा किया कि कट मनी के चक्कर मे एकबार हो चुके टेंडर की शर्तों से छेड़छाड़ किया जा रहा हैं। अग्रवाल ने कहा कि सरकार में कट मनी का खेल जोरों पर है जिसके चलते योजनाओं का लाभ जनता को समय पर सुव्यवस्थित नहीं मिल रहा है। रायपुर शहर के मध्य स्थित रमन मंदिर, इंदिरा गांधी, अब्दुल हमीद , तात्यापारा, चूड़ामणी नायक, स्वामी आत्मानंद, ब्राम्हणपारा, सदर बाजार सिविल लाईन वार्ड, टिकरापारा वार्ड, मठपारा वार्ड के क्षेत्रों में पेयजल की समस्या को देखते हुए इन क्षेत्रों के लोगों को 24 घंटे पानी देने स्मार्ट सिटी योजना से सन् 2050 तक की जनसंख्या को देखते हुए योजना स्वीकृत की गई थी। अग्रवाल ने कहा कि मार्च माह से ही शहर पेयजल की भीषण समस्या से जूझ रहा है।ब्राम्हणपारा, बूढ़ापारा, नयापारा, सदर बाजार, कंकालीपारा, प्रोफेसर कालोनी, पुरानी बस्ती, तात्यापारा, चंगोराभाठा, समता कालोनी, चौबे कालोनी, रामकुण्ड, राजातालाब के लोगों को पानी नहीं मिल रहा है। पानी मिल भी रहा है तो गंदा पानी मिल रहा है अमृत मिशन के तहत ठेकेदारों को 138.98 करोड़ का भुगतान हो गया है पर जनता की पेयजल की समस्या अब तक दूर नहीं हुई।