रायपुर। पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक भाजपा नेता बृजमोहन अग्रवाल ने कांग्रेस की छत्तीसगढ सरकार को राज्य के युवाओं का "कैरियर किलर सरकार" निरूपित करते हुए कहा है कि कांग्रेस सरकार ने अपने कुशासन के 5 साल में हर वर्ग को के साथ धोखा किया है। उन्होंने ये आरोप राज्य सेवा परीक्षा (पीएससी) 2021, राज्य सेवा परीक्षा (पीएससी) 2022, वन सेवा भर्ती परीक्षा और शिक्षक भर्ती में व्यापक भ्रष्टाचार के संदर्भ में कही है। बृजमोहन अग्रवाल ने चिंता जाहिर करते हुई कहा कि युवा छत्तीसगढ़ और देश का भविष्य हैं। इन युवाओं के कैरियर में 5 साल बहुत होता है, उसे बर्बाद करना देश के साथ गद्दारी है और अक्षम्य अपराध भी। लेकिन कुटिल और कुशासन की प्रतीक कांग्रेस की छत्तीसगढ सरकार ने ऐसा किया है। इसने संविधान की मर्यादाओं को तार-तार कर, 5 साल में पीएससी, व्यापम, पुलिस, शिक्षक भर्ती, फॉरेस्ट में भर्ती और यहां तक की चपरासी की भर्ती में भी घोटाला किया है।
उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 315 में पारदर्शी और निष्पक्ष भरतियां करने के लिए "संघ लोक सेवा आयोग" और "राज्य लोक सेवा आयोग" का प्रावधान संविधान निर्माताओं ने किया है। ताकि गरीब, गांव, आदिवासी, दलित, किसान, मजदूर और कमजोर वर्ग का हर योग्य व्यक्ति सरकारी नौकरी पाने में सफल हो सके। श्री अग्रवाल ने दुख व्यक्त किया कि अपने राजनीतिक जीवन में युवाओं के कैरियर को बर्बाद करने वाली, ऐसी राज्य सरकार उन्होंने कभी नहीं देखी। उन्होंने राज्य सेवा परीक्षा 2021 और राज्य सेवा परीक्षा 2022 में हुए घोटाले को स्वतंत्र भारत में हुआ, सबसे शर्मनाक और सबसे बड़ा घोटाला निरूपित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि वर्ष 2018 से लेकर 2023 तक, हर परीक्षा में, इस राज्य सरकार ने मंडी लगाकर भर्तीयां की है, पदों को बेचा है। यह छत्तीसगढ़ के युवाओं के साथ भद्दा, क्रूर और गंदा मजाक। बृजमोहन अग्रवाल ने पीएससी घोटाले ,फॉरेस्ट सेवा घोटाला, शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई से करने की मांग की है। उन्होंने राज्य सरकार को चुनौती है कि उसमें दम है तो वह ऐसा करके दिखाये।