सरकार के साथ फोटो खिंचाकर पुलिस पर दबाव बना रहे सटोरिए

Update: 2021-09-24 04:58 GMT

खमतराई एरिया में गांजा तस्करी करते पकड़ाया आरोपी

  1. सार्वजनिक आयोजनों में नेताओं को बुलाकर अपनी पकड़ का धौंस जमा रहे
  2. गांजा तस्करों पर कमजोर धाराएं लगने से मिलती है जमानत
  3. पुलिस की कार्रवाई के बाद भी बाज नहीं आ रहे तस्कर
  4. छुटभैया नेता कांग्रेस सरकार की छवि खराब करने की कर रहे कोशिश

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। प्रदेश भर में गांजे की तस्करी लगातार बढ़ते जा रही है। रोजाना लाखों करोड़ों का गांजा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से होकर पूरे देश भर के राज्यों में पहुंचाया जा रहा है। राजधानी पुलिस ने हर बार गांजा तस्करों पर कड़ी कार्रवाई की है। लेकिन जमानती धाराओं और कमजोर कानून व्यवस्था के चलते आरोपियों को जमानत मिल जाती है। और अपराधियों के हौसले बुलंद हो जाते है। अपराधियों की धाक इतनी बढ़ गई है कि सार्वजानिक, धार्मिक स्थानों में अब जहां मुख्यमंत्री जाते है उनके साथ तस्वीर (सेल्फी) खिचवां लेते हैं। ये नई चाल आजकल के छुटभैय्या नेताओं के माध्यम से चली जाती है।

बड़े नेताओं के साथ छुटभैय्या नेता सेल्फी लेने लगा देते है जीजान

फिर उसी तस्वीर का सहारा लेकर पुलिस अधिकारियों में अपना रौब जमाते हैं। साथ ही पुलिस अधिकारियों में अपना खौफ बना रहे है और सरकार की छवि खऱाब करने की कोशिश कर रहे है।

पुडिय़ा, सिगरेट के खोखे में बिकता गांजा

नशा फैलने वाला वो खतरा है जिसके आगे युवा अपनी जिंदगी के घुटने टेक रही है। हवा में छल्ले बनाती मौत की कश आतंकवाद को तो नहीं लेकिन किसी भी हाल में इसकी दहशत आतंकवाद से कम भी नहीं है। ये दरअसल ऐसी लत है जो आहिस्ता-आहिस्ता पहले नसों में उतरकर इंसान को अपनी गिरफ्त में लेती है और फिर उसे पूरी तरह तबाह और बर्बाद कर देती है। पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद सिटी में गांजा का अवैध कारोबार जारी है। शहर के गुमठीनुमा दुकानों में चोरी छुपे गांजे की बिक्री हो रही है। पुडिय़ा और सिगरेट के खोखे में भरकर इसे बेचा जा रहा है।

बस, ट्रक व अन्य वाहनों से हो रही गांजा की तस्करी

बस, ट्रक और अन्य दूसरे व्हेकिल के सहारे गांजे की सप्लाई दूसरे राज्यों में होती है। शहर की गलियों में बिक रहे नशीले पदार्थ युवाओं की जिदगी तबाह कर रहे हैं। प्राथमिक शिक्षा लेने वाले नौनिहाल को भी गांजे का कश लगाते देखे जा सकता है। हाई क्लास सोसाइटी में जहां नशा एक फैशन बन गया है वहीं गरीबों की बस्तियों में रहने वाले नव युवा बीड़ी सिगरेट के कश लगाते खुलेआम देखे जा रहे हैं। हालांकि इन पर प्रतिबंध तो लगा पाना संभव नहीं लेकिन जिस पदार्थ की बिक्री पर शासन ने रोक लगा रखी है, उसकी बिक्री भी प्रतिबंधित नहीं हो पा रही है।

गांजे की पुडिय़ा हर गली में बिक रहा

शहर में गांजे की पुडिय़ा हर गलियों में खुलेआम बेची जा रही है। तथाकथित रूप से सामाजिक कार्यकर्ताओं के बंधन में बंधे होने के कारण ज्यादातर युवा गांजा का नशा कर रहे हैं तो उससे बचने वाले युवा दवाइयों का सेवन करने लगे हैं। वहीं खांसी की रोकथाम के लिए प्रयोग किए जाने वाले सिरप युवा अपने नशे की लत को पूरा करने के लिए कर रहे हैं। इन सबकी बिक्री पर लगाया गया प्रतिबंध महज कागजों तक ही सीमित है। लोगों की मानें यह कारोबार छुटभैय्या नेताओ के संरक्षण में काफी फल-फूल रहा है। अक्सर देखा जाता है कि नशे के आदी व्यक्ति कहीं भी चिलम सुलगाने लगते हैं, चाहे वह सार्वजनिक स्थान हो या फिर खुला मैदान। जिसके चलते कोई उसे वहां रोक नहीं पाता। पुलिस ने को गांजा के अवैध व्यापार के खिलाफ अभियान चलाया। बावजूद नशे के काले कारोबार में कोई रोक नहीं लग पा रही है।

जनता से रिश्ता ने पहले भी किया था आगाह

जनता से रिश्ता ने अपने समाचार पत्र के माध्यम से कई महीनों से आगाह करते आ रहा है कि उड़ीसा से महासमुंद और महासमुंद के रास्ते से रायपुर वो भी मोटरसाइकल से तस्कर तस्करी करते जा रहे है। पुलिस से बचने के और पुलिस द्वारा चौक-चौराहों पर लगाए गए चेकिंग से बचने के दुपहिया से गलियों में भी भाग जाते है। रायपुर में गांजा की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। सभी थाना क्षेत्रों में लगातार गांजे का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। हालांकि पुलिस कार्रवाई भी कर रही है। गांजा की तस्करी व व्यवसाय करने वाले आरोपियों के खिलाफ भी पुलिस एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई करती है।

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