बिलासपुर। बिलासपुर में खून के सौदागर युवक को पुलिस ने कमीशनखोरी करते पकड़ा है। वह अपनी गर्भवती बहन को खून की जरूरत बताकर लोगों से रक्तदान करा रहा था और इसके एवज में ब्लड बैंक से प्रति व्यक्ति दो सौ रुपए वसूली कर रहा था। इस पूरे मामले में राजधानी ब्लड बैंक के संचालक और कर्मचारियों की मिलीभगत सामने आई है। दानदाताओं को इसकी जानकारी हुई, तब उन्होंने उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
पुलिस के अनुसार जूना बिलासपुर कतियापारा में रहने वाला आकाश कसेर अपनी गर्भवती बहन के शरीर में खून की कमी होने की बात बताकर लोगों से रक्तदान करने के लिए कह रहा था। गर्भवती महिला को खून की जरूरत होने पर कई लोग रक्तदान करने के लिए आगे आ गए। इसी बीच रक्तदान करने वालों को उस पर संदेह हुआ। पूछताछ की तो वह गोलमोल जवाब देने लगा। सच्चाई सामने आने पर उसे पकड़कर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया गया है।
आकाश कसेर CIMS और आसपास घूम-घूमकर खून की जरूरत बताता रहा। लगातार कई दिनों से उसे खून मांगते देखे जाने पर लोगों को संदेह हुआ। जानकारी लेने पर पता चला कि एक सप्ताह में वह 16 लोगों से रक्तदान करा चुका है। इसके बाद भी वह खून देने वालों की तलाश ही कर रहा था।
आकाश ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि CIMS के पास ब्लड बैंक में उसे बताया गया था कि रक्त-दाता लाने पर उसे दो सौ रुपए कमीशन दिया जाएगा। कमीशन की लालच में आकर वह अपनी गर्भवती बहन को खून की कमी होने के बहाने रक्तदाताओं की खोज करता रहा। खून देने वाले लोग इस तरह से जरूरतमंद को आसानी से रक्तदान के लिए तैयार हो जाते हैं। इसका फायदा उठाने और कमीशन की लालच में आकर वह इस तरह की हरकतें कर रहा था।
सिटी कोतवाली TI प्रदीप आर्या ने बताया कि युवक से पूछताछ करने पर पता चला है कि वह दो सौ रुपए कमीशन की लालच में आकर इस तरह से रक्तदान करा रहा था। युवक के बयान से स्पष्ट है कि ब्लड बैंक की मिलीभगत से रक्तदान कराने का गोरखधंधा चल रहा है। इस मामले में अब राजधानी ब्लड बैंक के संचालक और कर्मचारियों से भी पूछताछ करने के बाद कानूनी कार्रवाई करेगी।