राजनांदगांव। ग्राम सहसपुर में कोई अज्ञात व्यक्ति का जला हुआ पड़ा हैं कि सूचना पर पुलिस चौकी मोहरा प्रभारी एवं टीम 'तल्काल घटना स्थल पर पहुंचकर घटना स्थल का. निरीक्षण कर घटना के संब्रंध में वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया। घटना स्थल पर शव का पूरी त्तरह से जले जाना शव का क्षत-विक्षत स्थित्ति में पाया जाना व चौकी मोहारा में न्तत्कालौक में कोई गुम इन्सान का दर्ज ना होंना पूरी वस्तुस्थिति कं संबंध में पुलिस अधीक्षक को अवगत कराया गया। जिसपर पुलिस अधीक्षक राजनांदगांव मोहित गर्ग सामलें को गंगीरता से लेते हुए तत्काल, मामले कीं खोजबीन कर शव की पहचान एवं आरोपियों की. पता तलाश नर्देश दिये जिसपर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहूल वेव शर्मा तर अनुविभागीय ऊंधिकारी पुलिस डॉगरगढ आशीष -कुजाम के गार्गदर्शन में पुलिस चौकी सोहारा एवं सायवर सैल की टीम गठित कर मामले की तह: तक जाने. हेतु मार्गदर्शन दिया गया। घटना स्थल पर साइबर सेल की. टीम, एफएसएल टीम, डॉग स्कार्ड की मदद लेकर जांच प्रारंम की गई।
अज्ञात शव के कोई पहचान ता होने से अज्ञात में सर्ग कायम कर :मुत्तक के शव का डीएनए, फॉररेंसिक लैब रायपुर भेजा गया। घटना स्थल निरीक्षण व मरिथितिजन्य साक्य के आधार पर मृत्तक की सुक़ालु कवर नि वारसी सहसपर के जाम से पुलिस को संदेह जांच करने पर कार्रवाई की गई है। दौरान मृतक की पत्नी केसर बाई से पूछताछ किया गया। जिसमें उन्होंने बताया कि उसके पति बिना बताए कहीं चलें गए है और इस बयान को लेकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई कराई। संदेही केसर बाई द्वारा स्वयं कै मोबाइल को शव मिलने के दिन से गुम हो जाना बताया था। जिसके बाद पुलिस का शक यकीन में बदलने लगा। कैसर बाई से कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपने पूर्व प्रेमी मनीष तथा उसका जितेंद्र उर्फ जीनू यादव को ग्राग के शादी में सम्मिलित होने बुलवाकर अपने पति को उनके साथ शराब लेने के लिए शराब भट्टी भेजा दिया। जहां दोनों आरोपियों ने केसर के पति की बीच रास्ते में ही हत्या कर दी।