रायपुर। कांग्रेस प्रवक्ता और मंत्री मोहम्मद अकबर ने शराबबंदी के मामले में भाजपा पर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। सोमवार को उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने गंगाजल हाथ में लेकर किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, शराबबंदी के लिए नहीं।
अकबर ने कहा कि 15 साल तक भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रहे डॉ. रमन सिंह ने भी शराबबंदी का ऐलान किया था जिसे पूरा नहीं किया। भाजपा के पास झूठ के अलावा कुछ नहीं है। उन्होंने विधानसभा चुनाव के समय प्रेस कॉन्फ्रेंस का वीडियो जारी कर कहा कि इसमें साफ दिख रहा है कि हाथ में गंगाजल लेकर कहा गया था कि सरकार बनने पर दस दिनों के भीतर किसानों का कर्ज माफ किया जाएगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में तत्कालीन कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह मौजूद थे, जो अभी भाजपा के सदस्य हैं। अकबर ने कहा कि भूपेश बघेल के नेतृत्व में सरकार गठन के दो घंटे के भीतर ही किसानों के कर्ज माफी का ऐतिहासिक निर्णय लिया गया। भूपेश सरकार का निर्णय भाजपा और उसके नेताओं को रास नहीं आया। भाजपा ने किसानों की कर्ज माफी के निर्णय का आज तक स्वागत नहीं किया है।
अकबर ने बताया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री रमन सिंह बार-बार छत्तीसगढ़ में शराबबंदी लागू करने का ऐलान करते रहे। उन्होंने अन्य राज्यों में अपने दौरे में भी छत्तीसगढ़ में शराबबंदी की बात कहीं थी। लेकिन शराबबंदी करना तो दूर, विचार तक नहीं किया। अकबर ने तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की ओर से शराबबंदी की घोषणा के दस्तावेज भी पेश किए। अकबर ने कहा कि भाजपा के चुनाव घोषणा पत्र समिति के संयोजक विजय बघेल को यह जानकारी होनी चाहिए कि तत्कालीन सरकार के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह शराबबंदी की घोषणा करते रहे हैं। अकबर ने बताया कि नशे के दुष्परिणामों के प्रति जनता को जागरूक करने के लिए समाज कल्याण विभाग की निगरानी में अभियान शुरू किया गया है। नशे के दुष्प्रभाव से जागरूक करने और इसकी लत को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ में 02 हजार 626 भारत माता वाहिनी का गठन किया गया है।
अकबर ने कहा कि शराबबंदी की दिशा में भूपेश सरकार पूरी तरह से गंभीर है। वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। जो शराबबंदी के संबंध में अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।