धनोरा कांड के विरोध में भाजपा का राजधानी में प्रदर्शन...बृजमोहन सहित वरिष्ठ नेता प्रदर्शन में शामिल
कोंडागांव के धनोरा में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के विरोध में भाजपा ने शुक्रवार को कोंडागांव में धरना दिया
रायपुर (जसेरि)। कोंडागांव के धनोरा में सामूहिक दुष्कर्म की घटना के विरोध में भाजपा ने शुक्रवार को कोंडागांव में धरना दिया। इस घटना को लेकर अनुसूचित जनजाति मोर्चा और महिला मोर्चा के संयुक्त तत्वावधान शनिवार को राजधानी में विरोध प्रदर्शन होगा। इसमें पार्टी के बड़े नेता भी शामिल होंगे। धरना के बाद अपराह्न चार बजे भाजपा का प्रतिनिधिमंडल राजभवन जाकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपेगा।
भाजपा अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष विकास मरकाम व महिला मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष शालिनी राजपूत ने धनोरा की घटना को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से इस्तीफा की मांग की है। प्रदेश भाजपा कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस धरना कार्यक्रम में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, राजेश मूणत व केदार कश्यप और रायपुर शहर जिला भाजपा अध्यक्ष श्रीचंद सुंदरानी सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता भी उपस्थित रहेंगे। भाजपा अजजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष मरकाम ने कहा कि हाथरस के मामले में सियासी प्रलाप में मशगूल प्रदेश सरकार और कांग्रेस छत्तीसगढ़ में लगातार घट रहीं सामूहिक दुष्कर्म की वारदातों को लेकर अपने निंदनीय राजनीतिक चरित्र का प्रदर्शन कर रही है।
कांग्रेस प्रदेश प्रमुख मामले पर पर्दा डालने की कोशिश रहे हैं : कौशिक : नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने धनोरा अनाचार की घटना के विरोध में कोंडागांव में धरनारत पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को आनलाइन संबोधित किया। कौशिक ने कहा कि प्रदेश में लगातार अनाचार की घटनाओं से हम सब दुखी हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रमुख मोहन मरकाम धनोरा मामले में पर्दा डालकर केवल पुलिस प्रशासन को बचाने में लगे हैं, जो दुखद है। वही पुलिस सेवा में रहे केशकाल के विधायक भी इस घटना को लेकर गंभीर नहीं है। पूरी घटना की जानकारी पुलिस के होने के बाद भी न्याय नहीं मिलना इस बात को साबित करता है कि बस्तर में प्रशासन कितना संवेदनशील है।
कौशिक ने कहा कि केवल एक पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई पर्याप्त नहीं है। और भी दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने मामले की जांच के लिए बनाई गई कमेटी पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि इस पूरे मामले जांच के लिए जो जिम्मेदार थे और वही गैरजिम्मदारी से काम किया है। उन्हें ही जांच कमेटी में कैसे शामिल किया जा सकता है। इस पूरे मामले की उधास्तरीय जांच करने की जरूरत है। कौशिक ने कहा कि पीडि़त पक्ष को आर्थिक मदद व एक सदस्य को नौकरी के साथ ही उनकी सुरक्षा की भी चिंता की जानी चाहिए। आयोजित धरना को कांकेर सांसद मोहन मंडावी, पूर्व मंत्री व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लता उसेंडी, जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष शालनी राजपूत सहित पार्टी के प्रमुख पदाधिकारियों ने संबोधित कर पीडि़त परिवार को तत्काल न्याय देने की मांग की है।