रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए कुछ ही महीने का समय बाकी है लेकिन दल बदलकर हित साधने की कोशिशें भी जारी है। बीजेपी में टिकिट नहीं मिलने से नाराज सरायपाली के नेता श्याम तांडी ने बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज की मौजूदगी में तांडी ने कांग्रेस की सदस्यता ली। महासमुन्द जिले के सरायपाली विधानसभा क्षेत्र से साल 2018 के चुनाव में बीजेपी के प्रत्याशी रहे श्याम तांडी और उनके साथ सैकड़ो समर्थकों ने रायपुर में कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन आकर कांग्रेस प्रवेश किया। जानकारी के अनुसार सरायपाली विधानसभा सीट से गाड़ा समाज को टिकट नहीं मिलने से नाराज थे इसलिए उन्होंने कांग्रेस में प्रवेश किया। बीजेपी ने 21 प्रत्याशियों की जारी की थी सूची सरायपाली से सरला कोसरिया को टिकिट मिली है।बता दें कि कुछ दिनों पहले भाजपा 21 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी, जिसमें सरला कोसरिया को सरायपाली विधानसभा से टिकट दिया गया है। वहीं गाड़ा समाज को टिकट नहीं देने से नाराज होकर श्याम तांडी कुछ दिन पहले भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से अपने समर्थकों के साथ इस्तीफा दे चुके हैं।
श्याम तांडी के कांग्रेस प्रवेश करने से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ सकती है। श्याम तांडी 2018 में सराईपाली से भाजपा के उम्मीदवार थे लेकिन उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी किस्मत लाल नंद से करीब 52 से ज्यादा वोटो के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। शुक्रवार को राजीव भवन में प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दीपक बैज की मौजूदगी में श्याम तांडी ने कांग्रेस प्रवेश लिया और पार्टी की रीती-नीति के अनुसार चलने की प्रतिबद्धता जाहिर की। चुनाव से पहले कई फेरबदल देखने को मिल रहे हैं। इससे पहले बीजेपी को बड़ा झटका तब लगा था तब वरिष्ठ आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने बीजेपी छोड़ कांग्रेस जॉइन कर ली थी। इसके बाद आदिवासी नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री अरविन्द नेताम कांग्रेस छोड़कर सर्व आदिवासी समाज के बैनर तले नई पार्टी के साथ चुनावी मैदान में उतर रहे हैं। इसके बाद सतनामी समाज के धर्मगुरू बालदास और उनके बेटे खुशवंत दास ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थामा। इसके अलावा कई प्रशासनिक अधिकारी भी दोनों पार्टियों में शामिल हुए हैं।