रायपुर। प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे है. इस दौरान बृजमोहन अग्रवाल ने कवर्धा विवाद को लेकर भूपेश सरकार पर गंभीर सवाल उठाये है. वही बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ फर्जी FIR दर्ज कर बेवजह कवर्धा हिंसा में संलिप्त करने का आरोप लगाया है. पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी के जिन लोगों के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट लगाया गया. यह धारा 20 दिन बाद जोड़ी गई. जबकि बीजेपी नेता सरकारी दफ़्तर काम को लेकर गए थे. कवर्धा की घटना पर सांसद संतोष पांडेय मुख्य अभियुक्त बनाए गए हैं. पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, पूर्व विधायक अशोक साहू के खिलाफ धाराएं लगाई गई हैं. सरकार तानाशाही पर उतर आई है. बहुसंख्यक समाज का लगातार अपमान किया जा रहा है. तीन दिनों तक लगातार पूरे छत्तीसगढ़ के गांव-गांव में मुख्यमंत्री का पुतला जलाया गया.
बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जेलों में बंद बीजेपी नेताओं की निशर्त रिहाई होनी चाहिए. दुर्गेश पर हमला करने वालों के खिलाफ धारा 307 लगाई जाए. अगर सरकार इस पर कार्रवाई नहीं करती तो हम मुख्यमंत्री से लेकर स्थानीय प्रशासन तक के ख़िलाफ़ अपराध दर्ज करने की मांग करेंगे.