रायपुर। खैरागढ़ उपचुनाव में कांग्रेस की युवा प्रत्याशी यशोदा वर्मा के निर्णायक बढ़त हासिल करने के साथ ही भाजपा और जेसीसीजे ने एक तरह से अपनी हार मान ली है. इसके साथ ही कांग्रेस की जीत के लिए विपक्ष के नेता जिले की घोषणा और वोट के बदले नोट को बड़ी वजह बता रहे हैं. खैरागढ़ में 17वें राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी यशोदा वर्मा 18 हजार से अधिक वोटों से लीड कर रही हैं.
बीजेपी के पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री जिला बनाने की घोषणा नहीं करते, तहसील और कॉलेज बनाने की घोषणा नहीं करते तो कांग्रेस को जीत नहीं मिलती. यह चुराई हुई जीत है. लोकतंत्र के ऊपर डाका डाला गया है. खैरागढ़ में मुख्यमंत्री 6 दिनों तक दौरे पर थे. लोकतंत्र में हार-जीत होती है, लेकिन भाजपा के कार्यकर्ताओं ने सरकार को सड़क पर लाकर खड़ा कर दिया. इसे सेमीफाइनल नहीं कहा जा सकता, छत्तीसगढ़ में ये लोग और कितने जिले बनाएंगे इसका पता नहीं.