कोरबा। मौसम विभाग ने पूर्व मध्य और आसपास के दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर स्थित प्रचण्ड चक्रवाती तूफान बिपारजॉय के अति-प्रचण्ड चक्रवाती तूफान में घनीभूत होने की संभावना व्यक्त की है। बुधवार की शाम तक इस संबंध में कोई नया अपडेट नहीं मिला है, जिससे इस तूफान के छत्तीसगढ़ या कोरबा जिले में किसी प्रकार के विस्तार या असर को स्पष्ट किया जा सके। अगले तीन दिनों में उसके आगे बढऩे की स्थिति के अनुसार असर के बारे में कोई स्पष्टता प्राप्त की जा सकेगी। इस प्रचण्ड चक्रवाती तूफान बिपारजॉय पूर्व मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर पिछले 6 घंटों के दौरान 5 किमी प्रति घंटे की गति के साथ लगभग उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ती हुई दिखाई दे रही है। इसके साथ ही यह एक अति-प्रचण्ड चक्रवाती तूफान में घनीभूत हो गया। बुधवार को भारतीय समयानुसार सुबह 11.30 बजे यह पूर्व मध्य और आस-पास के दक्षिण-पूर्व अरब सागर के ऊपर लगभग 12.8 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 66.3 डिग्री पूर्वी देशांतर के पास, गोवा से लगभग 860 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम में, मुंबई से 970 किमी दक्षिण-पश्चिम में, पोरबंदर से 1050 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में और करांची से 1350 किमी दक्षिण में स्थित है। इसके अगले 24 घंटों के दौरान लगभग उत्तर की ओर बढऩे और उसके बाद के 3 दिनों के दौरान उत्तर-उत्तर पश्चिम दिशा में बढऩे की सम्भावना है। अति-प्रचण्ड चक्रवाती तूफान – की निरंतर पवन गति 118 किमी प्रति घंटे से लेकर 166 किमी प्रति घंटे तक होने का अंदेशा जताया जा रहा है।
भारत में दक्षिण पश्चिम मानसून एक जून को पहुंच जाता है. भारत के दक्षिण के अंतिम छोर केरल में एक जून में एंट्री के बाद छत्तीसगढ़ तक पहुंचने में 13 दिन का समय लगता है और 13 जून को बस्तर संभाग में मानसून की दस्तक होती है. इसके बाद रायपुर पहुंचने में 13 दिन का समय लगता है. वहीं, 21 जून तक पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय हो जाता है. इस बार मानसून आठ दिन पीछे है, इसलिए बस्तर तक पहुंचने में 20-21 जून लग जाएगा. वहीं, रायपुर तक पहुंचने में 24 जून का समय लगेगा. 30 जून तक पूरे प्रदेश में मानसून सक्रिय हो जाएगा. रायपुर मौसम केंद्र के वैज्ञानिक एचपी चंद्रा के मुताबिक छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के लिए अभी इंतजार करना होगा. आठ दिन की देरी के हिसाब से देखें तो बस्तर में 21 जून तक दस्तक संभावित है. हालांकि मानसून का करंट प्रबल होने की स्थिति में जल्दी सक्रिय हो सकता है. मौसम वैज्ञानिक चंद्रा ने बताया कि भारत में एक जून से 30 सितंबर तक मानसून का सीजन माना जाता है. इस दौरान जो भी बारिश होती है, वह मानसून की बारिश मानी जाती है. केरल में मानसून की दस्तक हो चुकी है. आने वाले दिनों छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है. मौसम विभाग द्वारा जारी रिपोर्ट के मुताबिक 08 जून को सक्ती में सर्वाधिक 44.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. लगभग सभी शहरों में सामान्य से अधिक तापमान था. जगदलपुर और राजनांदगांव में सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक तापमान था, जबकि रायपुर में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. पेंड्रारोड और अंबिकापुर को छोड़कर सभी शहरों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहा. मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में अधिकतम तापमान में आने वाले दो दिनों में विशेष परिवर्तन की संभावना नहीं है. एक-दो स्थानों में बारिश हो सकती है. ऐसे में जहां बारिश होगी, वहां गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है. रायपुर शहर में हल्के बादल छाए रहेंगे, लेकिन तापमान 43 डिग्री सेल्सियस ही रहने की संभावना है.