रायपुर। प्रदेश में कानून व्यवस्था को संभालने के लिए पुलिस और अपराधियों को सजा दिलाने के लिए वकील और जज अपना काम सदियों से करते आ रहे है। मगर वही बात की जाए एक हिदायतुल्लाह विश्वविद्याल की जहां योग्य लोगों को विश्वविद्याल के सभी कामों को करने की बागडोर देने के बजाय विश्वविद्यालय परिवार अपने चहेतों को नौकरी पर लगवा रहे है और काबिल लोगों को नौकरी ना देकर लोगों को बेरोजगार बनाया जा रहा है। RTI पत्र से मिली जानकारी के अनुसार हिदायतुल्लाह विधि विश्वविद्यालय नवा रायपुर में साल 2022 में नॉन टीचिंग पदों की नियुक्ति में बड़ा खुलासा हुआ है, जिसमें जिसमें एडमिस्ट्रेटिव कम ल्लाइजनिंग ऑफिसर - मनीष तिवारी, पब्लिक रिलेशन ऑफिसर - संगीता मदान रिसायली मिश्रा, असिस्टेंट अकाउंट ऑफिसर - श्रुतिकांत शर्मा, कैंपस सुपरवाइजर - नवरतन सिंग, लाइब्रेरी अटेंडेंट - मंजू कनवर जैसे पर्दों में अपने चहेतों को नियुक्ति देने हेतु भर्ती में घोर अनियमितताएं बरती गई। RTI पत्र से मिली जानकारी के अनुसार विश्वविद्याल के वाइस चांसलर डॉ. वीसी विवेकानन्दम की इस मामलें में पूरी जिम्मेदारी भी बनती है। RTI आवेदन लगाने वाला कोई सामाजिक कार्यकर्ता है जिसका जनता से रिश्ता से कोई संबंध नहीं है जनसरोकार के माध्यम से ये मामला सामने आया है जिसे प्रकाशित किया गया है।
विश्वविद्यालय ने नोटिफिकेशन के माध्यम से भर्ती विज्ञापन जारी किया गया था जिसमें अन्य पद सहित प्लेसमैंट कम पब्लिक रिलेषन आफिसर एवं एडमिनिट्रेटिव कम लाइजिनिंग आफिसर पदों पर अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता चाही गई थी। मगर विश्वविद्यालय ने अपॉइंटमेंट नोटिफिकेशन के माध्यम से भर्ती विज्ञापन वेबसाईट में जारी किया जिसमें अन्य पदों के साथ- साथ प्लेसमेंट कम पब्लिक रिलेषन आफिसर की जगह पब्लिक रिलेषन कम स्टुडेंट वेलफेयर आफिसर कर दिया गया और तो और इस पद के लिए एक 55 वर्षीय महिला (संगीता मदान रिसायली मिश्रा) को महज कुछ समय के लिए ही नियुक्त कर लिया गया, जबकि लेवल 6 के पद के लिए अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष है, 'एडमिनिट्रेटिव कम लाइजिनिंग आफिसर एवं असिस्टेंट अकाउंट आफिसर पदों पर निम्नलिखित अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता चाही गई थी मगर पूर्व भर्ती विज्ञापन से अलग अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता को बदल दिया गया।
अचानक 5 दिनों के भीतर ही विश्वविद्यालय ने अपॉइंटमेंट नोटिफिकेशन कमाक 0/2022 दिनांक 05. .2022 के माध्यम से फिर भर्ती विज्ञापन अन्य पदो के साथ-साथ पब्लिक रिलेषन कम स्टुडेंट वेलफेयर आफिसर, एडमिनिट्रेटिव कम लाइजिनिंग आफिसर एवं असिस्टेंट अकाउंट आफिसर पर्दों पर वेबसाईट में जारी किया। जिसमें फिर से अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता बदल दी गई।
इसी प्रकार विवि सरल सिसस कार्यरत एक को भर्ती विज्ञापन की योग्यता में इसी तृतीय श्रेणी के कर्मचारी की योग्यता के अनुरूप बदलाव कर, प्रथम श्रेणी अधिकारी नियुक्त कर दिया गया है। उपरोक्त पद के लिए 4200 रुपये का ग्रेड वेतन और समकक्ष वेतनमान के अनुभव मानदंड को कैसे बदल दिया है। हटा दिया है जबकि पूर्व विज्ञापित भर्ती विज्ञापन के योग्यता एवं ग्रेड के आधार पर वह पुरी तरीके से अपात्र है और पात्रता रखने वाले अभ्यर्थियों को बिना कारण बताए द्वितीय चरण के साक्षात्कार में आमंत्रित तक नहीं किया गया।
अब सवाल यह उठता है कि वर्ष 2015 में विज्ञापित पदों के अनिवार्य योग्यता एवं वांछनीय योग्यता को वर्ष सितम्बर 2022 के भर्ती विज्ञापन में परिवर्तन किया गया और इसके लगभग एक महीने पश्चात नवम्बर 2022 में फिर वृहद परिवर्तन किया गया, क्या इस परिवर्तन को विवि के कार्यपरिषद या सक्षम प्राधिकारी को योग्यता में बदलाव का उचित कारण बताया गया है कि अमूख कारण से भर्ती विज्ञापन की योग्यता में झारी बदलाव किया जा रहा है और बदलाव का आधार यह है। क्या भर्ती की योग्यता में ऐसा भारी बदलाव विधिपूर्वक है और इसे परिवर्तन करने की आवष्यकता ही क्यों पड़ी। एक आर टी आई के तहत आवेदन में गोलमोल जवाब दिया गया।
वर्जन-
आप इस मामलें के लिए हिदायतुल्ला यूनिवर्सिटी की PRO से संपर्क करें वही जानकारी दे सकती है।- विपन कुमार, रजिस्टर प्रभारी