सुकमा। नक्सलियों ने दण्डकारण्य बंद का एलान किया था जिसे लेकर चार नक्सली झीरम घाटी में पर्चे व पोस्टर लगा रहे थे तभी सीआरपीएफ 227 व पुलिस बल ने उन्हें पकड़ लिया। इस दौरान उनके पास से नक्सली पर्चे बरामद हुए। पूछताछ के बाद न्यायालय में पेश किया गया जहां से सभी को जेल भेज दिया गया। पुलिस की माने तो सीआरपीएफ 227 व जिला बल की सयुक्त टीम रोड़ पेट्रोलिंग के लिए झीरम घाटी की तरफ रवाना हुई। बेंगपाल मोड़ के पास 5-6 संदिग्ध दिखे और पुलिस को देख छुपने की कोशिश किए, लेकिन सुरक्षा बल ने घेराबंदी कर चार को पकड़ लिया।
जिनके पास से नक्सली पर्चे बरामद हुए जिसमंे दण्डकारण्य बंद को लेकर चस्पा कर रहे थे। पूछताछ करने पर अपनी पहचान गंगो कुंजामी, फगनू सोढ़ी, हड़मा मड़कामी व बामन करटामी के रूप में बताई जो कि बेंगपाल के निवासी होना बताया। इसके साथ ही पिछले कई साल से कटेकल्याण एरिया कमेटी में काम करने की बात कबूल की, जिसके बाद न्यायालय में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया।
भारी मात्रा में पर्चे फेंके
जहां पर बस जलाई गई है वहां नक्सलियों ने भारी मात्रा में पर्चे फेंके हैं। नक्सलियों ने 25 अप्रैल को भारत बंद का एलान किया था। इन पर्चों में बंद का आह्वान किया गया है। इनमें लिखा है कि पुलिस ने बीजापुर व सुकमा इलाकों में ड्रोन से बम बरसाए हैं।
इससे आदिवासियों को नुकसान हो सकता था। हवाई हमले गैर संवैधानिक हैं व पाचवीं अनुसूची तथा ग्राम सभाओं के अधिकार का उल्लंघन है। मौके से पुलिस को पर्चों के बंडल का कवर भी मिला है जिसमें लिखा है धटू कोंटा एरिया कमेटी। इससे लगता है कि इस वारदात में कोंटा एरिया कमेटी का भी हाथ था। ज्ञात हो कि इससे पहले दक्षिण सब जोनल ब्यूरो की ओर से बंद के समर्थन में पर्चे फेंके गए थे। इसे देखते हुए सुकमा पुलिस अलर्ट पर रही।