Raipur. रायपुर। ईडी रायपुर ने छत्तीसगढ़ के शराब घोटाले मामले में पीएमएलए, 2002 के प्रावधानों के तहत 28.12.2024 को छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी और सुकमा जिलों में स्थित सात परिसरों (पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा और अन्य के आवासीय परिसर) पर तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान के दौरान, कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त किए गए।
ये है पूरा मामला
ED की कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, मुझे त्रिपाठी जैसे अधिकारियों ने अंधेरे में रखा। मैं अनपढ़ आदमी हूं जहां कहते थे वहां साइन कर देता था। छत्तीसगढ़ के चर्चित 2000 करोड़ के शराब घोटाला केस में ED ने शनिवार को 5 जगहों पर 15 घंटे तक छापेमारी की। इसमें कवासी के साथ ही उनके बेटे हरीश लखमा के ठिकाने पर रेड हुई। ED ने कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया है। वहीं, कवासी और उनके बेटे को समन जारी किया है। छापेमारी के दूसरे दिन कवासी लखमा ने कहा कि सोमवार को उन्हें और उनके बेटे को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
ED का छापा राजनीति से प्रेरित है। विधानसभा में सरकार के खिलाफ बोलने और बड़े घोटाले को उजागर करने पर छापा मारा गया है। भाजपा बदनाम करने की राजनीति कर रही है। वहीं लखमा ने कहा कि मैं अनपढ़ हूं। अधिकारियों ने गड़बड़ी की है। अधिकारी जो दस्तखत लेकर आते थे, उस पर मैं सिर्फ दस्तखत करता था। अधिकारी ही कागज को पढ़ते लिखते थे। मेरे घर से एक कागज तक नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि मुझे इस घोटाले के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मुझसे संपत्ति की जानकारी मांगी गई है। समय मांगा हूं, पूरी जानकारी दूंगा। ED के अधिकारी बेटे और मेरा मोबाइल अपने साथ ले गए हैं। उन्होंने मेरे से घोटाले के बारे में भी पूछताछ की।