Raipur. रायपुर। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग की भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी के मामले में अब सीबीआई ने जांच शुरू कर दी है। छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के तत्कालीन चेयरमैन ,सचिव के कार्यालय में छानबीन के लिए पहुंच गई है। जिसके बाद देर शाम CBI की छानबीन खत्म हुई है और सभी अधिकारी छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग से बाहर निकल गए है। इसके साथ ही सीबीआई का एक दस्ता तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक के सरकारी आवास भी पहुंच गया है। दरअसल सीजी पीएससी में गड़बड़ी का मामला होने के बाद जनवरी माह में अस्तित्व में आई विष्णुदेव साय सरकार ने सीबीआई जांच का ऐलान किया था जिसके बाद एसीबी – ईओडब्ल्यू में सीजी पीएससी में गड़बड़ी को लेकर एक एफ.आई.आर. दर्ज की गई थी जिसके बाद एसीबी ने इस मामले की जांच करते हुए केस डायरी सीबीआई को सौंप दी थी और सीबीआई ने आज तत्कालीन चेयरमेन,सचिव,परीक्षा नियंत्रक के ठिकानों पर छानबीन के लिए दस्तक दी है। उजागर
सूत्रों के मुताबिक सीबीआई 2020 से लेकर 2022 तक पीएससी के द्वारा लिए गए परीक्षाओं के संबंध में जानकारी जुटा एकत्र कर रही है। सीबीआई ने वर्ष 2020-2022 परीक्षा के दौरान, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग द्वारा डिप्टी कलेक्टर, डिप्टी एसपी एवं अन्य वरिष्ठ पदों हेतु चयन में पक्षपात के आरोपों से सम्बंधित मामलों की जांच को अपने हाथों में लिया एवं तलाशी ली। सीबीआई ने छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के अनुरोध पर तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन सचिव, तत्कालीन परीक्षा नियंत्रक, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग (सीजीपीएससी) एवं अन्यों के विरुद्ध ईओडब्ल्यू/एसीबी पुलिस स्टेशन, रायपुर में अपराध संख्या 05/2024 तथा अर्जुन्दा पुलिस स्टेशन, जिला – बालोद में अपराध संख्या 28/2024 के तहत पूर्व में दर्ज मामलों की जांच के लिए मामला दर्ज किया। इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने अपने बेटे, बेटी, रिश्तेदारों, अपने परिचितों आदि को भर्ती करके अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया, जो वर्ष 2020-2022 के दौरान, आयोजित परीक्षा व साक्षात्कार में छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के विभिन्न पदों हेतु कथित रूप से अयोग्य उम्मीदवार थे।
यह आरोप है कि तत्कालीन अध्यक्ष के बेटे का चयन कथित तौर पर डिप्टी कलेक्टर, उनके बड़े भाई के बेटे का चयन डिप्टी एसपी एवं उनकी बहन की बेटी का चयन लेबर ऑफिसर, उनके बेटे की पत्नी का चयन डिप्टी कलेक्टर तथा उनके भाई की बहू का चयन जिला आबकारी अधिकारी के पद पर हुआ। आगे यह आरोप है कि छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के तत्कालीन सचिव ने अपने बेटे का चयन डिप्टी कलेक्टर के पद पर कराया। यह भी आरोप है कि अन्य के अतिरिक्त, छत्तीसगढ़ सरकार के तत्कालीन वरिष्ठ अधिकारियों के पुत्रों, पुत्रियों, रिश्तेदारों के साथ-साथ राजनीतिक नेताओं एवं पदाधिकारियों को डिप्टी कलेक्टर व डीएसपी आदि के रूप में चयनित किया गया। सीबीआई द्वारा, रायपुर व भिलाई में स्थित सीजीपीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष व सचिव के आवासीय परिसरों तथा सीजीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक के आधिकारिक परिसरों की तलाशी ली जा रही है। इस मामले में जाँच जारी हैl