भूपेश बघेल ने दिया बड़ा बयान, कहा- बजरंगबली के मुंह से वह शब्द बुलवाए गए, ये शब्द बजरंग दल का है
छग
रायपुर। पहले आदिपुरुष के बहाने भगवान राम और हनुमान जी की तस्वीरों को वितरित करने का काम किया गया फिर शब्दों को बदला गया। अगर आज की पीढ़ी यह देखेगी तो क्या प्रभाव पड़ेगा? शब्दों की भी मर्यादा समाप्त हो गई। बजरंगबली के मुंह से वह शब्द बुलवाए जा रहे हैं जो शब्द बजरंग दल वाले बोलते हैं। यह अपमानजनक और आपत्ति जनक है।
साउथ अभिनेता प्रभास की फिल्म 'आदिपुरुष' के रिलीज होते विवाद शुरू हो गया। फिल्म को लेकर जहां नेपाल प्रदर्शन पर रोक लगा दी है, तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली हाईकोर्ट में फिल्म पर बैन लगाने की मांग की गई है। वहीं, मध्यप्रदेश में भी फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग हो रही है। लेकिन इस बीच छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी 'आदिपुरुष' को लेकर बड़ा बयान दिया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बयान देते हुए कहा कि, "आराध्य देव की छवि को बिगड़ने का काम किया जा रहा है। हनुमान, राम का चेहरा भक्ति से पूर्ण होता था। आज राम को युद्धक और हनुमान को एंग्री बर्ड जिस तरह दिखाया जा रहा है तो ये ही कहा जा सकता है कि, फिल्म आदिपुरुष का संवाद, भाषा सब अमर्यादित, स्तरहीन है।"
वहीं, ‘कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का’ डायलाग का जिक्र करते हुए सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, राजीव गांधी ने रामानंद सागर से रामायण बनवाई, इतना सुंदर बनाया, गलियां खाली हो जाति थी। जो थियेटर बंद करते थे, आग लगाते थे, आज सब मौन हैं। पहले ये लोग जो भाषा बोलते थे, वही शब्द हनुमान जी से बुलवाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि, "भगवान राम को युद्धक राम के रूप में दिखाया जा रहा है, भगवान हनुमान को भी इसी रूप में दिखाया जा रहा है। आदिपुरुष फिल्म का जो संवाद है, वह अमर्यादित है। फिल्म में शब्दों का चयन अनुचित है, भगवान हनुमान के संवाद बहुत ही निम्न स्तर के हैं। बहुत खराब ढंग से संवाद कहे गए हैं।"
भूपेश बघेल ने कहा कि, "हमने जो रामचरित मानस और रामायण पढ़े और टीवी पर देखें हैं, उसके ठीक विपरीत आदिपुरुष फ़िल्म में दिखाया गया है।आदिपुरुष को आज की पीढ़ी देखेगी, तो उस पर गलत प्रभाव पड़ेगा। बजरंगबली के मुंह से वो शब्द बोलवाए जा रहे हैं, जो बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के शब्द होते हैं. मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं।"