रायपुर। अग्निपथ योजना के विरोध में सोमवार को देशभर में भारत बंद का आह्वान किया गया है। लेकिन छत्तीसगढ़ में इसका असर देखने को नहीं मिला। यहां बाजार सामान्य समय पर खुला और अब तक किसी तरह का विरोध प्रदर्शन भी नहीं हुआ है। लेकिन फिर भी रेलवे स्टेशन में पुलिस अलर्ट मोड पर रही।
दरअसल केंद्र सरकार की ओर से भारतीय सेना में भर्ती के लिए नई योजना अग्निपथ लागू की गई है। इसमें जवानों की भर्ती 4 साल के लिए होगी। इसके बाद मेरिट के आधार पर सिर्फ 25 प्रतिशत जवानों को सेना में आगे की सेवा के लिए रखा जाएगा। बाकी को बाहर कर दिया जाएगा। इसी वजह से युवा विरोध कर रहे हैं। हालांकि केंद्र सरकार का कहना है कि सेना से निकाले गए 75 प्रतिशत जवानों को दूसरी फोर्सेस में भर्ती के लिए आरक्षण दिया जाएगा। मगर युवा इस बात का विश्वास नहीं कर रहे और कई दिनों से अग्निपथ का विरोध कर रहे हैं। देश के कई राज्यों में प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक को नुकसान पहुंचाया है। ट्रेनें भी जला दी गईं।
प्रदर्शनकारियों ने आज भारत बंद का आह्वान किया था। इसी के कारण सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। रायपुर के रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ के 200 से ज्यादा जवान लगातार मार्च कर रहे हैं। हथियारबंद जवान पूरी मुस्तैदी से चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं। हर आने जाने वाले यात्री की तलाशी भी ली जा रही है। छत्तीसगढ़ पुलिस के इंटेलिजेंस डिपार्टमेंट को केंद्र से मिली जानकारी की वजह से प्रदेश की पुलिस अलर्ट मोड पर है। सभी जिलों के एसपी को जिलों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी उपद्रवी पर फौरन कानूनी कार्रवाई करने के भी निर्देश हैं। हालांकि प्रदेश में भारत बंद बेअसर रहा। यहां बाजार सामान्य समय पर खुला, सभी दफ्तर भी खुले और अब तक किसी तरह का विरोध प्रदर्शन भी नहीं हुआ।