बुकी सक्रिय, राजधानी में नाबालिग सहित दो सटोरिए गिरफ्तार
जसेरि रिपोर्टर
रायपुर। कोलकाता नाइट राइडर्स बनाम गुजरात टाइटन मैच में आनलाइन सट्टा संचालित करते दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार इसमें एक आरोपित नाबालिग है। बड़े खाईवाल अब नाबालिगों को इस गेम में डालकर रुपयों का लालच देकर उपयोग कर रहे हैं। धरसींवा थाना पुलिस ने अनुराग ठाकुर उर्फ मोंटू ठाकुर व नाबालिग को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 01 नग लैपटाप, आठ नग मोबाइल फोन एवं नकदी रकम लगभग 85 हजार रुपये जब्त की गई है।
दरअसल, शनिवार को सूचना मिली कि थाना धरसींवा क्षेत्रांतर्गत चरौदा क्रिकेट ग्राउंड के पास दो व्यक्तियों द्वारा आइपीएल सीजन-2023 के कोलकाता नाइट राइडर्स बनाम गुजरात टाइटन के बीच होने वाले मैच में सेटअप लगाकर आनलाइन सट्टा संचालन किया जा रहा है। जिस पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक उरला अविनाश मिश्रा द्वारा थाना प्रभारी धरसींवा को सटोरियों को रंगे हाथ गिरफ्तार करने आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। जिस पर थाना प्रभारी धरसींवा के नेतृत्व में टीम द्वारा मुखबीर द्वारा बताए उक्त स्थान जाकर हुलिए के व्यक्तियों को चिन्हांकित कर पकड़ा गया।
पूछताछ में व्यक्ति ने अपना नाम अनुराग ठाकुर उर्फ मोन्टू ठाकुर निवासी खमतराई और एक विधि के साथ संघर्षरत बालक था। टीम के सदस्यों द्वारा उनके पास रखे मोबाइल फोन एवं लैपटाप को चेक करने पर दोनों के द्वारा कोलकाता नाइट राइडर्स बनाम गुजरात टाइटन के बीच होने वाले मैच में सट्टा का संचालन करना पाया गया। जिस पर टीम के सदस्यों द्वारा सटोरियों को गिरफ्तार किया गया। इनके खिलाफ छग जुआ (प्रतिषेध) अधिनियम 2022 की धारा 07 के तहत अपराध कायम कर कार्रवाई की गई।
गौरतलब है कि आइपीएल आते ही सट्टे का खेल भी सक्रिय हो जाता है। जहां प्रदेश में जगह जगह आइपीएल के मद्देनजर सट्टा खिलाया जा रहा है। वहीं पुलिस भी सट्टे के खिलाफ सक्रिय हो कर लगातार कार्रवाई कर रही है।
करोड़ों का सट्टा, पुलिस ने दबोचा
बिलासपुर में लाख कोशिशों के बाद भी जिले में सट्टे का अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है। आईपीएल शुरू होने के साथ ही ये काला कारोबार फिर पनपने लगा है। वहीं पुलिस भी लगातार सटोरियों पर लगाम लगा रही है। इसी बीच अब बिलासपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने सट्टा खिलाने वाले 8 सटोरियों को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस ने मुखबीर से मिली सूचना के आधार पर ये कार्रवाई की है। पुलिस को सूचना मिली थी कि नामी खाईवाल दीपक टेकवानी फिर से रुपयों-पैसों का दांव लगवाकर सट्टा खेला रहा है।
इसके बाद ए.सी.सी.यु. व थाना तारबाहर की संयुक्त टीम ने मौके पर दबिश दी। पुलिस ने ठाकुर पान ठेला तारबाहर, पुराना बस स्टैण्ड, डीपूपारा तारबाहर, सी.एम.डी. चौक तारबाहर पर सट्टा खिलाते 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से कुल 50990 रुपए नकदी नगद, 10 नग मोबाईल फोन, 02 बाइक और करीब 60 लाख रुपए की सट्टा पट्टी बरामद की है। बहरहाल पुलिस सभी को जुआ एक्ट के तहत गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
डॉक्टर से 15 लाख की ठगी, एजुकेशन हब संचालक पर केस दर्ज
पेंड्रा के प्राइवेट डॉक्टर से उनकी बेटी को एमबीबीएस में एडमिशन दिलाने के नाम पर 15 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. भिलाई में एजुकेशन हब संचालक पर पीडि़त ने आरोप लगाया है. पीडि़त पिता के मुताबिक "एजुकेशन हब संचालक ने उसे भरोसे में लेकर बेटी को एमबीबीएस कॉलेज में एडमिशन दिलाने का झांसा दिया और 3 किस्तों में 15 लाख रुपए की ठगी की. डॉक्टर की शिकायत पर पेंड्रा पुलिस ने भिलाई निवासी अजय पांडेय के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.पूरा मामला पेंड्रा नगर पंचायत के वार्ड नंबर 12 का है. यहां विद्यानगर में रहने वाले डॉ सुरेश कुमार थदलानी के साथ ठगी हुई. थदलानी, जो पेंड्रा में ही हेल्थ क्लीनिक चलाते हैं. उनकी बेटी पलक थदलानी ने वर्ष 2019 में नीट परीक्षा दी. उसी समय भिलाई निवासी अजय पांडेय ने एमबीबीएस कॉलेज में प्रवेश दिलाने का झांसा देकर 15 लाख की धोखाधड़ी की. इसे लेकर डॉक्टर सुरेश थदलानी ने पेंड्रा थाने में 28 अप्रैल 2023 को लिखित शिकायत दर्ज कराई है. पेंड्रा थाना प्रभारी धरम नारायण तिवारी ने जल्द ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात कही है.भिलाई में ऐजुकेशन हब चलाने वाले अजय पांडेय की पहचान पेंड्रा के हर्ष मिश्रा और धमतरी के नगरी निवासी संकेत सिंह चौहान से थी. इन दोनों के जरिए डॉ सुरेश कुमार थदलानी से मिलकर अजय ने उनकी बेटी का एडमिशन एमबीबीएस में कराने का भरोसा दिया. फिर उसके बाद 15 लाख की मांग की. डॉ सुरेश कुमार थदलानी ने 10 अगस्त 2019 को हर्ष मिश्रा और संकेत सिंह चौहान की मौजूदगी में 5 लाख दिए. इसके बाद 13 सितंबर 2019 को पेंड्रा में 2 लाख दिए थे और फिर 3 अक्टूबर 2019 को रायपुर में संकेत सिंह चौहान के साथ अजय के घर जाकर बाकी बचे 8 लाख रुपए दिए. पूरी रकम मिलने के बाद भी न तो बेटी का एडमिशन हो पाया और आरोपी ने पैसे नहीं लौटाए. ठगी का एहसास होने पर डॉ सुरेश कुमार थदलानी ने शुक्रवार को पेंड्रा थाने में शिकायत की है।