रायपुर। जांजगीर-चाम्पा जिले में आज आयोजित भरोसे के सम्मेलन में जहाँ जिलेवासियों को 467 करोड़ 32 लाख रुपए के विकास कार्यों की सौगात मिली, वही जिले के बेरोजगार, जरूरतमंद हितग्राहियों को रोजगार, आत्मनिर्भर होने और अपने पैरों में खड़े होने का अवसर भी मिला। मुख्य अतिथि नेताप्रतिपक्ष राज्यसभा और सांसद श्री मल्लिकार्जुन खड़गे तथा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों हितग्राहियों को अनेक योजनाओं के अंतर्गत सामग्रियां वितरित की गई। भरोसे के सम्मेलन में योजनाओं से लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों ने कहा कि यह उनके सुनहरे भविष्य का एक मजबूत भरोसा है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हम गरीबों का ध्यान रखा, उसके लिए हितग्राहियों ने आभार भी जताया। सम्मेलन में ग्राम नंदेली की जय माँ चंडी दाई स्व सहायता समूह को 10 साल के लिए तालाब में मछली पालन के लिए पट्टा मिला।
समूह की अध्यक्ष श्रीमती पितर बाई ने कहा कि गाँव के तालाबों का पट्टा देकर मत्स्य पालन के लिए न सिर्फ जाल, आइसबॉक्स, बीज दिया जा रहा है, मछली पालन के व्यवसाय से जोड़कर आत्मनिर्भर बनने के लिए भी गरीबों और गाँव की महिलाओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। आइसबॉक्स से लाभान्वित होने वाले ग्राम कमरीद के सूर्या युवा स्व सहायता समूह के अध्यक्ष ने बताया कि तालाब का पट्टा मिलने से मछली पालन के साथ रोजगार के नए अवसर मिला। ग्राम भडेसर की संगीता बाई, रेशमा बाई ने बताया कि उन्हें अंत्यावसायी विभाग से सिलाई मशीन मिला। वे सिलाई का काम करती है। शासन द्वारा 10 हजार रुपए के अनुदान मिला है। इतनी बड़ी राशि की छूट से उन्हें बड़ी राहत मिली है। अब नई मशीन से वह अपने सिलाई के व्यवसाय को और भी आगे बढ़ा पाएगी। कार्यक्रम में 219 हितग्राहियों को मशीन में अनुदान 21 लाख 90 हजार रुपये दिया गया। इसी तरह रेशम विभाग द्वारा 1940 हितग्राहियों को सिल्क समग्र योजना अंतर्गत कोसा धागाकरण के लिए 1 करोड़ 94 लाख रुपए की मशीनें दी गई। ग्राम पेंड्री की मां कुमारी और गोविंदा की कलाबाई पटेल बताया कि कोसा धागाकरण मशीन मिलने से अब उनका काम आसान हो गया है। उन्होंने बताया कि वे पहले थाई से धागाकरण करती थीं, अब मशीन से क्वालिटी के साथ कम समय में भी आसानी से धागाकरण कर लेंगी। कार्यक्रम में श्रम, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग, कृषि सहित अन्य विभागों की योजनाओं से हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया।