व्यवहार परिवर्तन एक दिन की बात नहीं इसके लिए लगातार काम करने की आवश्यकता: कलेक्टर

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Update: 2023-02-28 17:43 GMT
महासमुंद। जिला प्रशासन महासमुंद और यूनिसेफ के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को जिला पंचायत सभा कक्ष में पांच संकल्प : कल आज और कल' महाअभियान का कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एस.आलोक, यूनिसेफ छत्तीसगढ़ प्रमुख जॉब जकारिया, संचार विशेषज्ञ अभिषेक सिंह और राज्य सलाहकर अभिषेक त्रिपाठी की उपस्थिति थे। कलेक्टर निलेशकुमार क्षीरसागर ने कहा कि पांच संकल्प महाअभियान का उद्देश्य पांच स्वस्थ्य व्यवहारों के प्रति जनमानस में जागरूकता लाना है। साथ ही हर वर्ग के लोगों के बीच स्वास्थ्य को लेकर आ रही चुनौतियों के समाधान के लिए कार्ययोजना बनाकर काम करना है। ताकि बेहतर स्वस्थ्य लोग हो सके। उन्होंने कहा कि पांच संकल्प के माध्यम से पांच व्यवहार जिसमें स्वस्थ किशोरावस्था का संकल्प, प्रसव पूर्व जांच व संस्थागत प्रसव का संकल्प, एनीमिया मुक्ति का संकल्प, स्तनपान को बढ़ावा देने का संकल्प, सम्पूर्ण पोषण विविधता का संकल्प शामिल है। उन्होंने कहा कि हाल ही में आयी न्यूट्रीशन इन्टरनेशलन कनाडा कार्यालय एवं उनकी टीम ने जिले द्वारा स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे नवाचार की प्रशंसा की।
शुभारंभ अवसर पर बताया गया कि पांच संकल्प के प्रति जागरुकता के लिए विभिन्न विभागों से अब तक लगभग 60 हज़ार लोगों को प्रशिक्षित किया गया है जो समाज में इन व्यवहारों के प्रति जागरूकता के लिए प्रयास करेंगे। वह समुदाय स्तर पर अलग-अलग विभागों द्वारा संकल्प सभाओं का आयोजन करें और उन सभाओं में लोगों से यह प्रतिज्ञा ली जाए कि वह अपने अपने परिवार अपने समाज को स्वास्थ्य और पोषण के लिए तैयार करेंगे। कलेक्टर ने तकनीकी सहयोग हेतु यूनिसेफ़ का धन्यवाद देते हुए कहा की व्यवहार परिवर्तन एक दिन की बात नहीं इसके लिए लगातार कम करने की आवश्यकता है और सभी व्यवहार एक दूसरे से जुड़े हुए है, इन संकल्पों से हम आईएमआर और एमएमआर मे कमी ला सकते है। इस कार्यक्रम में सभी विभागों को बढ़चढ़ कर भाग लेने की आवश्यकता है। यूनिसेफ छत्तीसगढ़ प्रमुख जॉब जकारिया ने कहा की केवल एक घंटे के अंदर मां का दूध पीने से 22 प्रतिशत तक बच्चों की मृत्यु मे कमी ला सकते है एवं हाथ धोने से 40 प्रतिशत तक बीमारियों को कम किया जा सकता है, इन संकल्पों से जिले में परिवर्तन लाया जा सकता है। सीईओ जिला पंचायत एस.आलोक ने सभी विभागों की एवं स्वयं सेवकों की सराहना करते हुए कहा लोगों का प्रशिक्षण हो चुका है। अब समुदाय के 3 लाख लोगों को इन संकल्पों पर जागरूक करना है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग, एनआर एलएम, सरपंच, सचिव मौजूद थे, जिला समन्वयक तेजराम सारथी एवं स्वंय सेवक उपस्थित थे।
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