छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड के दो नोटिस का बत्रा ने नहीं दिया जवाब
कार्रवाई को लेकर बोर्ड के जिम्मेदार अफसरों ने फिलहाल साध ली है चुप्पी
रायपुर (जसेरि)। लाकडाउन के बीच बर्थ डे पार्टी के दौरान गोली चलने के मामले में जांच के घेरे में आए क्वींस क्लब के डायरेक्टर हरबख्श सिंह बत्रा ने हाउसिंग बोर्ड के दो नोटिस का अब तक कोई जबाव नहीं दिया है। उल्टे रसूखदार बत्रा ने बोर्ड को पत्र लिखकर जबाव देने के लिए 20 नवंबर तक मोहलत मांगी है। इस मामले में कार्रवाई को लेकर बोर्ड के जिम्मेदार अफसरों ने फिलहाल चुप्पी साध ली है। गोलीकांड के 18 दिन बाद भी बत्रा के खिलाफ कोई कार्रवाई न करना, यह साफ करता है कि रसूखदारों के दबाव में अफसर नतमस्तक हो गए हैं।
जानकार सूत्रों ने बताया कि क्वींस क्लब को लीज पर देने के मामले में जांच के घेरे में आए हाउसिंग बोर्ड के कई जिम्मेदार अफसर अब एक-दूसरे को फंसाने की साजिश रच रहे हैं। बोर्ड के तत्कालीन संपदा अधिकारी रहे हेमंत कुमार वर्मा और अतिरिक्त आयुक्त अजीत पटेल के बीच ठन गई है। दोनों एक-दूसरे को फंसाने के लिए जोड़तोड़ कर रहे हैं। बोर्ड के दफ्तर में इनके बीच विवाद की चर्चा भी होने लगी है। हालांकि इस संबंध में अजीत पटेल से पूछने पर उन्होंने वर्मा से किसी तरह का विवाद होने से साफ इन्कार किया। उनका कहना है कि पूरे प्रकरण में हेमंत कुमार वर्मा का कोई लेना-देना नहीं है। उन्हें बेवजह घसीटा जा रहा है।
चार साल का पैसा : क्वींस क्लब के लीजधारी हरबख्श सिंह बत्रा को हर साल 12 लाख रुपये हाउसिंग बोर्ड को देने थे, लेकिन वर्ष 2015 से यह पैसा नियमित रूप से भुगतान नहीं किया जा रहा था। इसके बावजूद बोर्ड से इसी साल सेवानिवृत्त हुए जिम्मेदार कार्यपालन अभियंता एसके गुप्ता और उनके उच्च अधिकारी एसके भगत ने बत्रा को न नोटिस दिया और न ही बकाया पैसे की वसूली के लिए कोई कार्रवाई की। इस बीच गुप्ता एक दूसरी गड़बड़ी के मामले में दोषी पाए जाने पर निलंबित भी हो गए थे।े
नोटिस का जबाव दिए बगैर कर दिए 36 लाख जमा : गोलीकांड सामने आने के बाद बोर्ड ने बत्रा को दो नोटिस जारी किया। एक नोटिस बकाया पैसा जमा करने के लिए और दूसरा लाकडाउन में पार्टी आयोजित करने को लेकर दिया गया था। बत्रा ने दोनों नोटिस का अब तक कोई जवाब नहीं दिया है। बत्रा पर चार साल का 48 लाख और उसका ब्याज 16 लाख रुपये, कुल 48 लाख रुपये बोर्ड का बकाया था। पिछले दिनों किश्तों में कुल 36 लाख रुपये बोर्ड में उनके द्वारा जमा कराया गया।
लीज निरस्त होना तय : गैरकानूनी ढंग से क्वींस क्लब का संचालन, लाकडाउन के दौरान पार्टी आयोजित करने के मामले को आखिरकार बोर्ड के जिम्मेदार अफसरों ने गंभीरता से लिया है। सूत्रों ने बताया कि खुद को जांच के घेरे में फंसता देखकर क्लब की लीज निरस्त करना जिम्मेदार अफसरों ने तय कर लिया है। यही कारण है कि बत्रा द्वारा जवाब के लिए मांगी गई 20 नवंबर तक की मोहलत फिलहाल नहीं दी गई है।
क्वींस क्लब को सब-लीज पर देने के मामले की जांच चल रही है। बत्रा ने दो नोटिस का जबाव देने के लिए समय मांगा था। इसकी जानकारी वरिष्ठों को भेजकर पूछा गया है कि समय देना है या नहीं? बत्रा ने बोर्ड का बकाया 64 लाख रुपये में से फिलहाल 36 लाख रुपये ही जमा किए हैं।
- अजीत सिंह पटेल, उप आयुक्त, छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड