खराब सड़कों की जांच करेगी थर्ड पार्टी: पीडब्ल्यूडी मंत्री
रायपुर (जसेरि)। पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि प्रदेश में अब खराब हो चुकी सड़कों की मरम्मत नहीं की जाएगी बल्कि ऐसी सभी सड़कों को उखाड़कर दोबारा बनाया जाएगा। वहीं अब निर्माण कार्यों की गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए इसकी जांच थर्ड पार्टी से कराई जाएगी। पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने विभागीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों से कहा कि सभी प्रमुख अभियंता हर महीने अपने-अपने सर्किल में कार्यों की समीक्षा करें तथा कार्यों का प्रगति प्रतिवेदन मुख्यालय में भेजें जिससे कि काम की गति पता चलती रहे। उल्लेखनीय है कि जनता से रिश्ता राज्य में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कों में मापदंडों और गुणवत्ता के विपरीत निर्माण कर भ्रष्टाचार को लेकर लगातार खबरें प्रकाशित कर रहा है, पीडब्ल्यूडी मंत्री का निर्देश उन खबरों की वास्तविकता को प्रकट कर रहा है। मंत्री को प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में हुई गड़बडियों की जांच के लिए अलग से सेल गठित करना चाहिए।
बैठक में उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई सड़कों के खराब होने की शिकायतें मिलती हैं। साथ ही यह भी बताया जाता है कि मरम्मत होने के बाद भी सड़कें ज्यादा दिन तक नहीं टिक रही हैं ऐसी सड़कों का चिह्नांकन कर उनका मरम्मत करने की बजाय उसे उखाड़कर नई सड़क बनाई जाए ताकि लोगों को लंबे समय के लिए राहत मिल सके। उन्होंने कहा कि कई क्षेत्रों में सड़कों समेत अन्य निर्माण कार्यों में गुणवत्ताहीन कामों की शिकायतें भी मिलती रहती हैं। इन शिकायतों की जांच अब विभागीय अफसरों से कराने की बजाय थर्ड पार्टी से कराया जाएगा ताकि ठेकेदारों औैर विभागीय अफसरों पर कार्रवाई का डर बना रहे। मंत्री साहू ने ज्यादातर निर्माण कार्यों में हो रही देरी पर कहा कि कई तरह की दिक्कतें आती हैं। कोरोना काल भी एक बड़ी वजह रही है। वहीं दूसरे विभागों से एनओसी मिलने में भी विलंब होता है। ऐसे कई कारण हैं जिनके कारण दूसरे काम समय पर पूरे नहीं हो पाए हैंं। उन्होंने कहा कि सभी ठेकेदारों को कामों को निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
पुलिया निर्माण की जांच करने पहुंचे एसडीओ को ग्रामीणों ने बनाया बंधक : बलरामपुर में पुलिया की जांच करने मौके पर पहुंचे तीनों एसडीओ और सब इंजीनियर पर ग्रामीणों ने तीन माह बाद भी मजदूरी भुगतान नहीं होने का आरोप लगाकर हमला कर दिया और बंधक बना लिया। जब पुलिस पहुंची तो उन्हें छुड़ाकर लाई। वहीं मौके से किसी तरह कार्यपालन अभियंता अपनी जान बचाकर भागने में सफल रहे। घटना के बाद अफसरों ने केस दर्ज नहीं कराया है। जबकि थाना प्रभारी इसके लिए बैठे रहे। वहीं सरपंच ने तीन माह से निर्माण कार्य पर कमीशन नहीं मिलने के कारण भुगतान रोकने का आरोप लगाया है। ग्राम पंचायत करजी में उधेनुपारा से कोरवापारा पहुंच मार्ग पर ग्राम पंचायत ने अप्रैल में करीब 15 लाख से पुलिया निर्माण कराया था। जिले के राजपुर जनपद पंचायत के अंतर्गत करजी गांव में 3 माह पहले पुलिया निर्माण का सत्यापन करने से एसडीओ ने यह कहकर इनकार कर दिया कि काम घटिया है। तो दूसरे प्रभारी ने सत्यापन कर भुगतान के लिए अनुशंसा कर दी। 5 सौ से अधिक ग्रामीणों ने आरईएस के तीनों एसडीओ और सब इंजीनियर को पीटा। जितेंद्र देवांगन ने भागकर जान बचाई। आईएस के कर्मियों ने मौके पर थाना प्रभारी को सूचना दी। जिला सीईओ ने जांच के लिए टीम बनाई और उस टीम में शामिल ईई जितेंद्र देवांगन, एसडीओ अवधेश प्रजापति, प्रभारी एसडीओ धर्मेंद्र गुप्ता, जांच प्रभारी शंकरगढ़ एसडीओ जानू सोनवानी, राजपुर इंजीनियर तनुज अम्बष्ठ व सुनील टोप्पो मौके पर पहुंचे तो ग्रमीणों ने हमला कर दिया।