'वर्ल्ड कैंसर डे' पर संजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन व रोटरी रायपुर द्वारा जागरूकता कार्यक्रम
रायपुर। वर्ल्ड कैंसर डे के अवसर पर संजीवनी कैंसर केयर फाउंडेशन द्वारा रायपुर में एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में फाउंडेशन के संस्थापक डॉ. यूसुफ मेमन, रोटरी रायपुर प्रेसिडेंट नवीन शर्मा व सेक्रेटरी सुरेश छाबड़ा शहर के कई वरिष्ठ कैंसर विशेषज्ञों ने भाग लिया। इस दौरान नागरिकों को कैंसर के शुरुआती लक्षणों, रोकथाम, उपचार और पेलिएटिव केयर के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। कार्यक्रम में डॉ. अर्पण चतुर्मोहता वरिष्ठ कैंसर सर्जन, ने कैंसर के शुरुआती पहचान की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि नियमित जांच और शुरुआती लक्षणों को पहचानकर समय पर इलाज कराने से रोगियों की जीवन प्रत्याशा को बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने सर्जरी में नई तकनीकों के लाभों के बारे में भी बताया, जिससे कैंसर के उपचार में अधिक प्रभावी परिणाम मिल रहे हैं।
वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. दिवाकर पांडेय ने कैंसर की रोकथाम में जीवनशैली के महत्व को समझाया। उन्होंने कहा कि धूम्रपान और तंबाकू का सेवन छोड़ना, संतुलित आहार लेना और नियमित व्यायाम करना कैंसर के खतरे को काफी हद तक कम कर सकता है। उन्होंने लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और नियमित हेल्थ चेकअप कराने की सलाह दी। वरिष्ठ मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. राकेश मिश्रा ने कैंसर के उपचार में आधुनिक तकनीकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने इम्यूनोथेरेपी और टार्गेटेड थेरेपी जैसी नई उपचार विधियों के बारे में बताया, जो अब कैंसर रोगियों के लिए अधिक प्रभावी साबित हो रही हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उपचार के दौरान नियमित रूप से डॉक्टरों से परामर्श लेना और मानसिक रूप से सकारात्मक बने रहना बेहद जरूरी है।
वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. विवेक पटेल ने कैंसर के उपचार में मल्टी-डिसिप्लिनरी अप्रोच की आवश्यकता पर बात की। उन्होंने बताया कि जब सर्जन, ऑन्कोलॉजिस्ट, रेडियोलॉजिस्ट और अन्य विशेषज्ञ मिलकर मरीज का इलाज करते हैं, तो इससे बेहतर और व्यापक देखभाल संभव हो पाती है। उन्होंने मरीजों से आग्रह किया कि वे अपने इलाज के हर पहलू पर विशेषज्ञों की सलाह लें और उचित मार्गदर्शन प्राप्त करें। वरिष्ठ कैंसर सर्जन डॉ. कल्याण पांडेय ने कैंसर से जुड़े आम मिथकों और गलत धारणाओं पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कई बार लोग डर और भ्रांतियों के कारण सही समय पर इलाज नहीं कराते, जिससे उनकी स्थिति गंभीर हो जाती है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शुरुआती अवस्था में कैंसर का सही उपचार करवाने से इसे पूरी तरह ठीक किया जा सकता है।
पेन एंड पेलिएटिव मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. अविनाश तिवारी ने पेलिएटिव केयर की भूमिका पर विशेष ध्यान दिया। उन्होंने बताया कि कैंसर के मरीजों की केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक और भावनात्मक देखभाल भी जरूरी है। पेलिएटिव केयर से न केवल दर्द प्रबंधन बेहतर होता है, बल्कि रोगियों और उनके परिवारों की जीवन गुणवत्ता में भी सुधार आता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जागरूकता बढ़ाकर पेलिएटिव केयर को कैंसर उपचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाया जाना चाहिए। कार्यक्रम के अंत में एक इंटरएक्टिव सत्र आयोजित किया गया, जिसमें विशेषज्ञों ने नागरिकों के सवालों के जवाब दिए और उन्हें नियमित स्वास्थ्य जांच कराने के लिए प्रेरित किया। इस आयोजन ने यह संदेश दिया कि कैंसर से डरने की नहीं, बल्कि जागरूक होकर समय पर निदान और सही उपचार कराने की जरूरत है।