Janjgir-Champa. जांजगीर-चांपा। कलेक्टर आकाश छिकारा के निर्देशन में 25 नवम्बर (महिलाओं के विरूद्ध हिंसा उन्मूलन का अंतर्राष्ट्रीय दिवस) से 10 दिसम्बर (मानव अधिकार दिवस) तक 16 दिवसीय सक्रियता अभियान के रूप में लिंग आधारित हिंसा को समाप्त करने हेतु महिलाओं और बालिकाओं के अधिकारो एवं उनके हितों के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास अनिता अग्रवाल ने बताया कि उक्त के परिप्रेक्ष्य में 16 दिवसीय सक्रियता अभियान अंतर्गत ग्राम-कनई, जिला जांजगीर-चांपा (छ.ग.) के शासकीय प्राथमिक शाला कनई के विद्यालय परिसर में ग्रामीण महिलाओं, सक्रिय महिला समूह की महिलाओं एवं स्कूल के सहायक शिक्षिकाओं को कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीड़न (निवारण, प्रतिषेध और प्रतितोष) अधिनियम 2013 अंतर्गत जिला स्तरीय स्थानीय शिकायत समिति एवं आंतरिक शिकायत समिति की कार्य प्रणाली एवं उसके कानूनी महत्व, घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम, 2005 अंतर्गत हिंसा की रोकथाम हेतु पीड़िता को दी जाने वाली कानूनी सहायता, उपचार एवं पाक्सो एक्ट अंतर्गत नाबालिक बच्चों से संबंधित अपराधों की रोकथाम एवं बाल विवाह अधिनियम अंतर्गत नाबालिक बच्चों के विवाह कराये जाने पर कानूनी कार्यवाही एवं उसके प्रावधानों, मिशन शक्ति, सखी वन सटॉप सेंटर की कार्य प्रणाली एवं पीड़ित महिलाओं को दी जाने वाली सुविधाओं, सहायताओं तथा महिला उत्पीड़न इलेक्ट्रानिक शिकायत पोर्टल तथा आपातकालीन सेवाओं महिला हेल्पलाईन 181, चाइल्ड लाईन 1098 के संबंध में विस्तारपूर्वक कानूनी एवं विभागीय जानकारी प्रदान करते हुये विभागीय योजनाओं का पॉम्पलेट वितरण कर प्रचार-प्रसार करते हुये जागरूकता कार्यक्रम का आयेजन किया गया। उक्त कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग से अनुपमा सिंह कंवर, संरक्षण अधिकारी नवा बिहान, श्रीमती पिंकी ठक्कर पर्यवेक्षक एकीकृत बाल विकास परियोजना जांजगीर, सहायक शिक्षिकाऐं दुर्गेश्वरी राठौर, किरण सिंह परिहार, शीला शर्मा शासकीय प्राथमिक शाला कनई, ग्रामीण महिलाऐं एवं सक्रिय महिला समूह की महिलाऐं उपस्थित रही। रोकथाम