आश्रम अधीक्षक ने छात्रों से कटवाई खेत की धान, निलंबन की कार्रवाई

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के एक सरकारी आश्रम में रहकर पढ़ाई करने वाले बच्चों से खेतों में काम करने का मामला सामने आया है

Update: 2021-11-30 17:04 GMT

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के एक सरकारी आश्रम में रहकर पढ़ाई करने वाले बच्चों से खेतों में काम करने का मामला सामने आया है। बाल मजदूरी कराने वाला कोई और नहीं बल्कि आश्रम का अधीक्षक है। अधीक्षक खुद के खेत में बच्चों से धान कटवा रहा था। अधीक्षक भाजपा के जिला पंचायत सदस्य का पति बताया जाता है। इसलिए मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। इधर यह मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। कलेक्टर ने मामले ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अधीक्षक को सस्पेंड कर दिया है। वहीं पद से हटाने की विभागीय कार्रवाई की बात भी विभागीय अफसर कह रहे हैं। खेत में मजदूरी करते यह सभी बच्चे पालनार में संचालित पोटाली बालक आश्रम के हैं।

मिली जानकारी के मुताबिक दंतेवाड़ा जिले के कुआकोंडा ब्लाक के पोटाली में 100 सीटर आश्रम शाला है। छात्रावास अधीक्षक लिंगाराम मरकाम यहां के बच्चों को पढ़ाई करवाने के बजाए अपने गांव समेली के खेतों में धान कटवाने ले गए। अधीक्षक छात्रों को कई दिनों से धान की कटाई करवा रहा था। यह मामला सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद आदिम जाति कल्याण विभाग में हड़कंप मचा है। आश्रम के अधीक्षक लिंगा मरकाम की पत्नी जिला पंचायत सदस्य भी हैं। विभाग के अधिकारी मामले की जानकारी होने के बाद भी चुप्पी रहे।
दंतेवाड़ा विधायक ने की कलेक्टर से बात
दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा ने मामला सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद अधीक्षक पर कार्रवाई करने कलेक्टर से बात की। उन्होंने इसे बेहद शर्मनाक बताया। वहीं धान काट रहे छात्रों ने बताया कि उनको पालनार से अधीक्षक लिंगा मरकाम अपने गांव समेली लेकर आए हैं। यहां लाकर वे धान की कटाई करवा रहे हैं। आश्रम में कम उम्र के बच्चों से धान कटवाने की फोटो वायरल होने पर सहायक आयुक्त आनंद सिंह ने कहा कि यह गलत है। अधीक्षक लिंगा मरकाम पर विभागीय कार्रवाई की जा रही है, उनको पद से हटाने की भी कार्रवाई होगी।
बच्चों का हो रहा शोषण, कैसे आगे बढ़ेंगे: सोनी
सामाजिक कार्यकर्ता सोनी सोढ़ी खुद मौके पर पहुंची थीं, जिसके बाद ही यह मामला सामने आया है। सोनी ने कहा कि अंदरुनी इलाके के बच्चे शिक्षा लेने के लिए आए हैं, लेकिन उनका शोषण किया जा रहा है। इनके माता-पिता भविष्य बनाने के लिए इन्हें घर से दूर आश्रम में अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए भेजते हैं, लेकिन अधीक्षक इनका शोषण करते हैं। ऐसे में हमारे बस्तर के बच्चे आगे कैसे बढ़ेंगे। वीडियो में सोनी सोढ़ी बच्चों से कौन से कक्षा में पढ़ते हो पूछने के साथ खेत से बाहर निकालने पर बच्चों के प्रति आभार भी जता रही है।
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