माना हत्याकांड में एक और संदेही गिरफ्तार, ढाबा संचालक की तलाश

Update: 2022-09-07 06:27 GMT

गिरफ्तार छह आरोपी भेजे गए जेल

सट्टा-गांजे के अवैध कारोबार को लेकर डॉन रवि का मृतक से पहले से था विवाद, परिजनों का आरोप

जसेरि रिपोर्टर

रायपुर। राजधानी रायपुर के माना थाना क्षेत्र में विजेंद्र मारकंडे उर्फ लल्ला के हत्याकांड के छह आरोपियों को पुलिस ने मंगलवार की शाम न्यायालय पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। मामले को लेकर पत्रकारवार्ता में एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि छह आरोपियों के अलावा अन्य की तलाश की जा रही है। तीन से चार आरोपी फरार चल रहे हैं। अहम जानकारी मिली है, जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। घटना को लेकर जानकारी सामने आई है कि आरोपी तीन कार में माना बस्ती स्थित विजेंद्र के घर के बाहर आए थे। जहां उसे घर से बाहर बुलाया गया और कार में बैठाकर कुछ दूर लेकर गए और कार में ही चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिया। इसके बाद कार से बाहर निकालकर भी मारा गया। विजेंद्र लहुलुहान पड़ा रहा। उसकी मौत हो गई। हत्या में शामिल बताए जा रहे एक संदेही को पुलिस ने देररात एक को पकड़ा है। संदेही से घटना के बारे में पुलिस पूछताछ कर रही है। संदेही को पुलिसकर्मियों ने लाभांडी से पकड़ा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार संदेही भी वारदात के दौरान आरोपितों के साथ था, लेकिन अभी गुमराह कर रहा है। बताया जा रहा है कि संदेही घटना से पहले आरएस साहू ढाबा के संचालक के साथ घूम रहा था। घटनाक्रम होने के बाद संचालक भी फरार है।

इनको भेजा गया जेल

हत्या के मामले में नेतई मंडल, अगस्त विभार, अभिषेक सोनी, संजय तांडी, रोहित सागर और नानक तनेजा को पुलिस ने घटना के कुछ ही घंटे में गिरफ्तार कर लिया था। आरोपितों के पास से एक गाड़ी भी पुलिसकर्मियों ने जब्त की है। वहीं दो अन्य गाडिय़ों के बारे में तलाश की जा रही है।

शहर के सट्टा किंग और शराब माफिया डॉन रवि के गुर्गों ने सोमवार की सुबह एक युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी। विजेंद्र मारकंडे हत्याकांड मामलें में एक नया मोड़ सामने आया है। मृतक के परिजनों ने आरोप लगाते हुए बताया है कि मृतक विजेंद्र मारकंडे और डॉन रवि की पहले भी सट्टा-गांजा के वर्चस्व को बचाने के लिए भारी तनाव चल रहा था। परिजनों ने बताया कि रविवार की रात डॉन रवि की आरएस होटल व ढाबा में संजय बंजारे, दिनेश टंडन, पप्पू बंजारे, गोविन्द कोसले द्वारा अवैध गांजा और सट्टा का कारोबार चलाने के नाम पर वाद-विवाद हुआ। जिसके बाद संजय बंजारे ने विजेंद्र मारकंडे को फोन करके आरएस होटल बुलाया। वहा रविवार की रात डॉन रवि की होटल व रेस्टोरेंट आरएस के कर्मचारियों से संजय बंजारे और उसके साथियों की मारपीट हुई। उसके अगले सुबह डॉन रवि ने 4 कार भरकर अपने गुर्गों को संजय बंजारे की हत्या करने के लिए माना बस्ती भेजा। चुकी संजय बंजारे का घर शटर वाला था जिसकी वजह से रवि के गुर्गों ने राजेश शर्मा की मदद से विजेंद्र मारकंडे को उसके घर से निकाल कर वारदात की जगह ले जाकर चाकू से वार करके उसके बेरहमी से हत्या कर दी गई। डॉन रवि द्वारा कि घटना से नाराज मृतक के स्वजन और स्थानीय लोगों ने सड़क पर टायर जलाकर चक्काजाम कर दिया। पुलिस ने हत्या की वारदात में शामिल छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रशासन ने फूड लाइसेंस नही होने पर रेस्टोरेंट को सील कर दिया है। विश्वनीय सूत्रों ने बताया है कि इस मामले में अब भी आरोपी फरार है जिसमें मुख्य आरोपी के रूप में रवि साहू, प्रदीप, अशोक है जिनके इशारे से एक दर्जन लोगों ने मिलकर विजेंद्र मार्कण्डेय की हत्या की है। पुलिस का ये कहना है पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अपने दोस्त संजय के साथ विजेंद्र रविवार की रात रायपुर-धमतरी मार्ग पर संचालित आरएस रेस्टोरेंट एंड फेमली ढाबा में गया था। वहां पर किसी बात को लेकर ढाबा संचालक के कर्मचारी से विवाद हो गया। देखते ही देखते गाली-गलौज और मारपीट शुरू हो गई। आसपास के लोगों ने विवाद को किसी प्रकार शांत कराया। घटना के बाद विजेंद्र घर चला आया। सुबह करीब नौ बजे ढाबा के आठ से 10 लोग अलग-अलग वाहनों से विजेंद्र के घर पहुंचे। विजेंद्र को घर से बाहर बुलाकर चाकू से हमला कर फरार हो गए। स्वजन ने गंभीर रूप से घायल विजेंद्र को लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामले में नेतई मंडल निवासी माना कैंप, गांधीनगर के रहने वाले अगस्त विभार, अभिषेक सोनी, संजय तांडी, रोहित सागर और नानक तनेजा निवासी लाभांडी को पकड़ा है।

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