भिलाई। महादेव बुक में दुर्ग पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है। महादेव ऑनलाइन सट्टा के खिलाफ पहली बार धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के ठेकेदार और सिविल कांट्रैक्टर को रोहित सबरवाल उम्र 27 साल को अरेस्ट किया है। आरोपी ठेकेदार ने अपने मजदूरों के नाम पर बैंक में सेलरी अकाउंट खुलावाया। इसके बाद 10-10 हजार रुपए लेकर उसे महादेव ऑनलाइन एप के गुर्गों को बेंच दिया। इससे उन एकाउंड में डेढ़ माह के भीतर करोड़ों रुपए का ट्रांजेक्शन किया। पुलिस ने आरोपी को बैंक से रुपए ट्रांजेक्शन करते हुए अरेस्ट किया है। उक्त बातें सेक्टर-6 स्थित पुलिस कंट्रोल रूम में पत्रकारों से चर्चा करते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने कही। डॉ. पल्लव ने जनता और पालकों से अपील करते हुए कहा है कि जो लोग भी सट्टा के इस महादेव एप्प सहित अन्य किसी भी इस तरह के एप्प में संलिप्त है, वह सीधे आकर आत्मसमर्पण कर दे। चूंकि पुलिस अभी ऐसे मामलों में जुआ सट्टा एक्ट के तहत कार्यवाही कर रही है ,लेकिन जिन लोगों के एकाउंट कार्पोरेट है और बड़ा लेनदेन है, ऐसे मामलों की जांच केन्द्रीय एजेंसियां भी कर रही है, ऐसे में आने वाले समय में उन लोगोंं को कई बड़ी धाराओं सहित मनी लांड्रिग सहित अन्य प्रकार के मामलों और धाराओं में कार्यवाही की जा सकती है।
भिलाई इस्पात संयंत्र के सिविल कांट्रेक्टर रोहित सब्बरवाल पिता संदीप सब्बरवाल 27 साल चौहान टाउन जुनवानी निवासी जिसके द्वारा 1 दिसंबर 2022 को प्रार्थी राजकुमारी ठाकुर पति रामप्रसाद ठाकुर 33 साल बीआरपी कोलोनी स्टेशन मड़ोदा की शिकायत पर पुलिस ने खाते में पीएफ की राशि जमा कराने के नाम पर आरोपी रोहित सब्बरवाल ने प्रार्थी व अन्य लोगों का खाता खुलवाकर मेरे एवं अन्य लोग के खाते का दुरूपयोग कर धोखाधड़ी की है। प्राथी महिला पिछले दो- तीन साल से रोहित के यहां की काम करती थी। प्रार्थी की शिकायत पर पुलिस ने इस मामले में आरोपी के विरूद्ध 420 के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया है। पल्लव ने आगे बताया कि इस मामले में अपराधी ने एक अन्य महिला सहित 20 से अधिक लोगों के खाता खुलवाया है जिसमें 90 हजार से लेकर 96 हजार रूपये प्रतिदिन ट्रांजेक्शन किया है। और डेढ माह में 60 लाख रूपये ट्रांजेक्शन दिख रहा है। वही पिछले 10 सितंबर को एक दिन में ही 13 लाख रूपये इनके खाते से ट्रांजेक्शन हुआ है। सभी एकाउंट सेविंग एकाउंट है, रोहित सब्बरवाल से एसपी पल्लव ने जब ये पूछा कि इतने पैसे का तुम क्या करते हो, और कहां से और कैसे ये पैसे आये तो आरोपी ने बताया कि विशाल नामक व्यक्ति से मेरी मुलाकात नेहरू नगर के पुल सेंटर में हुई थी उसी के कहने पर मैँ उनके लिए काम कर रहा हूं। पुलिस अब विशाल को भी ढूंढ रही है।
दो महिलाओं सहित अन्य लोग पेशे से मजदूर तबके के लोग है, चूंकि आरोपी बीएसपी में सिविल कांट्रेक्टर है, पीएफ के लिए खात ख्ुालाने और सैलरी खाता में डालने का नाम लेकर प्रार्थी से खाता खुलवाया और इस कार्य को अंजमा दे रहा था। इसके बदले में रोहित सब्बरवाल इस महिला को हर माह 10 हजार रूपये दे रहा था। रोहित द्वारा इन महिलाओं के नाम से खुलवाये गये ये सारे खातें सिविक सेंटर स्थित एक निजी बैंक के बताये गये हैं। बैंक मे पहली बार महिला और रोहित एक साथ गये थे, रोहित ने जब वहां पुलिस पहुंची तो पुलिस वालों को धक्का मारकर वह वहां से भाग गया लेकिन दूसरी महिला की निशानदेही व जगदलपुर से मिले इनपुट से पुलिस आरोपी रोहित सब्बरवाल को दबोचने में कामयाब हुई। जब पल्लव से यह पूछा गया कि दूसरी महिला कौन है और थाने की पेट्रोलिंग या एसीसीयू की पार्टी को धक्का रोहित ने दिया तो वह कौन है, तो उसपर डॉ. पल्लव ने कहा कि कुछ बातें गोपनीय होती है, इसलिए अभी उसे गोपनीय ही रहने दें। मेरी दुर्ग में पोस्टिंग जबसे हुई है तबसे लेकर आज तक किसी भी पुलिस वाले ने विदेश जाने के लिए मुझे कोई भी आवेदन आज तक प्रस्तुत नही किया है। यदि किसी भी व्यक्ति या मीडिया के पास किसी भी पुलिसवालें के विरूद्ध इस महादेव आईडी से संबंधित या दुबई या अन्य विदेशी स्थानों पर जाने का कोई प्रमाण या पासपोर्ट की प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध है तो वह सीधे मुझे उपलब्ध कराये, ऐसे पुलिस वालों के विरूद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही करूंगा। पत्रवार्ता में एएसपी सिटी व ग्रामीण अनंत साहू, एसीसीयू डीएसपी नसर सिद्दिकी, एसीसीयू प्रभारी संतोष मिश्रा,भटठी थाना प्रभारी के के कुशवाहा एवं अन्य स्टाफ मौजूद थे।