दंतेवाड़ा। दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में हुई आई सर्जरी के बाद 10 से अधिक मरीजों की आंखों से पस आने लगा था। वहीं, आज एक और मरीज को भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि 10 में से सिर्फ दो या तीन मरीजों की आंखें की रौशनी वापस आ सकती है। यानि ये तय है कि 10 मरीजों की जिंदगी में हमेशा के लिए अंधेरा छाने वाला है। बता दें कि करीब 13 साल पहले भी ऐसी ही घटना हुई थी, जिसमें करीब पांच दर्जन लोगों की आंखों की रोशनी चली गई थी।
दरअसल बीते मंगलवार 18 अक्टूबर को दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में 20 मरीजों का मोतियाबिंद ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के अगले दिन दस मरीजों की आंखों में इंफेक्शन हो गया, आंखों में पस आना और खुजलाहट जैसी परेशानी होने लगी। वहीं, मामले की जानकारी होने पर सभी मरीजों को आनन-फानन में रायपुर शिफ्ट किया गया।
बताया गया कि यहां इन मरीजों का फिर से ऑपरेशन किया गया है, लेकिन अब मामला हाथ से निकल चुका है। बताया जा रहा है कि करीब 10 से अधिक मरीजों की आंखों की रौशनी लौटने की संभावना नहीं के बराबर है। कहा ये भी जा रहा है कि एक दो मरीजों के आई बॉल को भी निकालने की नौबत आ सकती है। फिलहाल सभी मरीजों का मेकाहारा में उपचार जारी है।