कोंडागांव। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विगत दिनों केशकाल विधानसभा के पर्यटन स्थल माँझीनगढ़ को जंगल सफारी एवं जैव विविधता पार्क के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी, जिसके परिपालन में कोंडागांव कलेक्टर दीपक सोनी की अध्यक्षता में विश्रामपुरी स्थित जनपद पंचायत सभा कक्ष में जिला स्तरीय पर्यटन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान सीएम की घोषणानुरूप मांझीनगढ को पर्यटकों के लिये आकर्षण का केन्द्र बनाने तथा यहां के स्थानीय निवासियों के आजीविका संवर्धन हेतु जंगल सफारी एवं बायोडायर्वसीटी पार्क के रूप में विकसित करने हेतु निर्मित कार्ययोजना पर विस्तृत चर्चा की गई।
इस दौरान कलेक्टर एवं सभी समिति सदस्यों ने एक मत होते हुए मांझीनगढ तथा जिले के समस्त पर्यटक स्थलों के उन्नयन कार्यों में पर्यावरण को संरक्षित करते हुए केवल आवश्यक आधार भूत संरचनाओं के विकास पर सहमति दी। कलेक्टर दीपक सोनी ने पर्यटक स्थलों को अधिक से अधिक प्राकृतिक रूप से संरक्षित कर उन्नयन करने के निर्देश दिये। उन्होने मांझीनगढ को जंगल सफारी की तर्ज पर विकसित करने हेतु अधिकारियों को पर्यटक स्थलों पर सूचना पटल लगाने, पर्यटन सुविधा केन्द्रों को सुचारू रूप से संचालित करते हुए जिले में शिल्प कला को पर्यटन सर्किट से जोड़ते हुए शिल्पकारों के ग्रामों में होम स्टे की व्यवस्था करते हुए शिल्प कलाओं एवं कलाकारों को प्रोत्साहन देने को कहा।