खाकी का एक और चेहरा, पुलिसवाले की पहल से दो अर्ध विक्षिप्त लोगों का होगा इलाज
रायपुर। अपराध नियंत्रण, शांति व्यवस्था निष्पादन के साथ ही समय-समय पर पुलिस द्वारा किये गये मानवीय कार्य चर्चा का विषय होता है । ऐसा ही कार्य एक दफा फिर रायगढ़ पुलिस के थाना प्रभारी बरमकेला निरीक्षक डी.के. मार्कण्डेय एवं थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष नागर द्वारा किया गया है । थाना प्रभारी मार्कण्डेय को ग्राम भ्रमण दौरान जानकारी मिली कि ग्राम हिर्री का एक व्यक्ति जिसकी मानसिक स्थिति सामान्य नहीं है, जिसके उपचार के लिये घर परिवार वाले चिंतित हैं । थाना प्रभारी परिवारवालों को ऐसे मनोरोगियों का उपचार सेन्द्री बिलासपुर में किया जाना बताये, परिवारवालों द्वारा उपचार कराने में असमर्थता जाहिर करने पर थाना प्रभारी उपचार कराने की व्यवस्था कराना बताये । इसी बीच एक और ग्राम पुसल्दा, थाना पुसौर के मानसिक रूप से कमजोर युवक के क्षेत्र में घूमते देखे जाने की जानकारी मिली, जिसके बाद थाना प्रभारी द्वारा अपने स्टाफ को थाना प्रभारी कोतवाली से सम्पर्क कर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, रायगढ़ के न्यायालय से दोनों व्यक्तियों को सेन्द्री अस्पताल में भर्ती कराने की अनुमति प्राप्त करने निर्देशित किया गया ।
मामले में संवेदनशीलता दिखते हुये थाना प्रभारी कोतवाली निरीक्षक मनीष नागर द्वारा मानसिक रूप से अस्वस्थ्य दोनों व्यक्तियों का सिविल सर्जन, रायगढ़ डॉ0 राजेश अजगल्ले से परीक्षण करवाया गया जिसके बाद मेडिकल रिपोर्ट के साथ प्रतिवेदन माननीय न्यायालय प्रस्तुत किया गया । माननीय मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, रायगढ़ द्वारा दोनों मानसिक रूप से अस्वस्थ्य व्यक्तियों की स्थिति देखकर दोनों को उपचार के लिये सेन्द्री, अस्पताल बिलासपुर में भर्ती कराये जाने की अनुमति प्रदान की गई । जिसके बाद थाना प्रभारी बरमकेला निरीक्षक डी.के. मार्कण्डेय द्वारा चेम्बर ऑफ कामर्स के अध्यक्ष (बरमकेला क्षेत्र) के मार्फत वाहन की व्यवस्था कराकर अपने स्टाफ के साथ दोनों मरीजों को सेन्द्री अस्पताल बिलासपुर के लिये रवाना किया गया है । इससे पहले भी टीआई मार्कण्डेय व टीआई मनीष नागर को अनेकों बार ऐसे मानवीय कार्य के लिये आगे आते देखा गया है।