सम्मान दिवस में उत्कृष्ट कार्य के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं व सहायिकाएं सम्मानित

Update: 2024-11-14 11:00 GMT

महासमुंद। राज्य शासन के निर्देशानुसार परियोजना क्षेत्र के बच्चों, गर्भवती, शिशुवती माताओं को समेकित बाल विकास सेवा योजना अंतर्गत गुणवत्तापूर्ण सेवाएं प्रदान करने में अनुकरणीय प्रदर्शन करने वाली प्रत्येक परियोजना से एक-एक उत्कृष्ट ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को सम्मानित करने आज बाल दिवस के अवसर पर “सम्मान दिवस“ के रूप में मनाया गया। सम्मान दिवस का आयोजन आज स्वामी आत्मानंद हिन्दी माध्यम विद्यालय के सभागार में किया गया।

कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उषा पटेल ने इस अवसर पर सभी सम्मानित आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं व सहायिकाओं को बधाई देते हुए कहा कि फील्ड में ये 24 घंटे समर्पित भाव से कार्य करती है। बच्चों की शिक्षा से लेकर उनके लालन-पालन तक की जवाबदारी उनके उपर होती है। वास्तव में वे बच्चों को मां की तरह देखरेख करती हैं। कोरोना काल के दौरान उन्होंने असाधारण कार्य किए हैं। उन्होंने सभी पुरस्कृत कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं को बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विशिष्ट अतिथि नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती राशि महिलांग ने कहा कि वास्तव में महिला बाल विकास विभाग की कार्यकर्ता और सहायिका विभाग की धुरी है। इनके ममत्व और संवेदनशीलता से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास होता है। ये कुपोषण को मिटाने के लिए योद्धा की तरह काम करती है। किसी भी परिस्थिति में काम करने के लिए तैयार रहती है। वास्तव में सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका सम्मान की हकदार है। कार्यक्रम को पार्षद देवीचंद राठी एवं महेन्द्र जैन ने संबोधित करते हुए बधाई और शुभकामनाएं दी।

इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास समीर पांडेय ने बताया कि बच्चों के समग्र विकास के लिए भाषा, संज्ञानात्मक, शारीरिक, रचनात्मक और सामाजिक-भावनात्मक विकास को प्रोत्साहित करने वाली ईसीसीई गतिविधियाँ भी संचालित की गईं। इस आयोजन का उद्देश्य जिले के विभिन्न परियोजना और सेक्टर के अंतर्गत आने वाले आंगनबाडी केन्द्रों में ऑगनबाड़ी कार्यकर्ता/सहायिका द्वारा किए जा रहे बेहतर प्रयासों को प्रस्तुत करने का अवसर देना, ईसीसीई के गतिविधियों के महत्व को समझने एवं नियमित इसे केन्द्रों में संचालित करने की दिशा में उन्मुख करना है। साथ ही आयोजन में अभिभावक के रूप में आए पालक, अन्य कार्यकर्ता/सहायिका और समुदाय के सदस्यों को बीच केन्द्रों में हो रहे प्रयासों से आंगनवाड़ी को सकारात्मक छवि प्रस्तुत करना है जिससे आगामी माह से सभी केन्द्रों में ईसीसीई की गतिविधियाँ संचालित की जा सके।

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