रायपुर का आनंद समाज वाचनालय, जहां राष्ट्रपिता ने जगाई थी देशभक्ति की अलख
रायपुर raipur news। शहर रायपुर में ज्ञान और आनंद का तीर्थ "आनंद समाज वाचनालय" है। जहां राष्ट्रपिता ने देशभक्ति की अलख जगाई थी। कंकालीपारा स्थित हमारी धरोहर आनंद समाज वाचनालय की नींव 1899 में प्रबुद्ध नागरिकों के साथ स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े युवाओं ने रखी थी। 1908 यानी 116 साल पहले वाचनालय भवन को आकार दिया गया। यहाँ बैठकर बुद्धिजीवी तथा युवा आज़ादी की रणनीतियां बनाते थे। 20 दिसंबर, 1920 को जब महात्मा गांधी पहली बार छत्तीसगढ़ प्रवास पर आए, तब आनंद समाज वाचनालय के पास आमसभा की थी। उनके आह्वान पर महिलाओं ने नगद और आभूषण दान स्वरुप दिए थे। Anand Samaj Reading Room
chhattisgarh news आजादी की गवाह रहे इस इमारत में देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने आजादी की हुंकार भरी थी। आज भी लाइब्रेरी की दीवारों से उनकी यादें जुड़ी हैं। यहां गांधी जी ने अपनी बातों से आजादी के लिए जोश भर दिया था। उनके एक अव्हान पर लोगों ने उनके साथ खड़े होकर उनका साथ दिया था। वर्तमान में इसे आधुनिक रूप दिया गया है, जहां विधार्थी प्रतियोगी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं तथा लाइब्रेरी के ऊपर के हॉल में साहित्यिक गोष्ठी या अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। chhattisgarh