बीजापुर। राज्य युवा आयोग के पूर्व सदस्य अजय सिंह ने मंत्री कवासी लखमा के साथ राज्य सरकार पर आदिवासियों के साथ सौतेला व्यवहार का आरोप लगाया है. रैलियों को प्रशासन की तरफ से अनुमति ना देना और उनकी बातों को नजर अंदाज करने का मामले को लेकर अजय ने यह बयान दिया है. उनका कहना है कि, आदिवासी अपनी जायज मांग को लेकर रैली करना चाहते हैं. सरकार तक अपनी बात पहुचाना चाहते है, लेकिन प्रशासन उन्हें मुख्यलय तक पहुँचने नहीं दे रही है.
आगे उन्होंने कहा, जबकि आदिवासियों के बूते प्रदेश में कांग्रेस सत्तासीन है. कवासी लखमा कैबिनेट में मंत्री हैं. बावजूद आदिवासियों की बातों, उनकी मांगों को सरकार, उनके मंत्री सुनना नहीं चाहते हैं. प्रशासन राजनीतिक रैलियों को अनुमति देता है. सभा करने की अनुमति देता है. वहीं जब आदिवासियों को रैली करनी होती है तो प्रशासन उन्हें मुख्यालय के भीतर आने की इजाजत तक नहीं देता है, जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने यह भी कहा कि, एक दिन पहले शनिवार को सैकड़ों आदिवासी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रैली की शक्ल में बीजापुर जिला मुख्यालय में दाखिल होना चाहते थे. बकायदा इसके लिए अनुमति मांगी गई थी, जो प्रशासन ने नहीं दी. अजय ने रैली को रोकने , अनुमति ना देने के पीछे स्थानीय विधायक को जिम्मेदार बताया है. अजय ने इसे संविधानिक अधिकारों का हनन बताया है.