कृषि विभाग ने जारी की गाइडलाइन, डीएपी के जगह अन्य उर्वरको का किया जा सकता है उपयोग
बलौदाबाजार। जिलें में डी.ए.पी की उपलब्धता कम होने के चलते आज कृषि विभाग ने डी.ए.पी की जगह अन्य उर्वरको का उपयोग कैसे किया जा सकता है इस बारे में विस्तृत गाइड लाइन जारी की है। खरीफ की फसलों के लिए अनुशंसित पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए डी.ए.पी. के स्थान पर उन्य उर्वरकों का उपयोग किया जा सकता है। फसलवार उर्वरक अनुशंसा के आधार पर निम्न विकल्प हो सकते हैं। जिसके अनुसार
धान एवं मक्का फसल के लिए अनुशंसित पोषक तत्व एन.पी.के.-40ः24ः16 (नाईट्रोजन 40, फास्फोरस 24, पोटाश 16) कि.ग्रा. प्रति एकड़ मात्रा आपूर्ति के लिए निम्न उर्वरक एवं मात्रा का उपयोग किया जाएरू- यूरिया - एक बोरी (50कि.ग्रा.), एन.पी.के. (20ः20ः0ः13) - दो बोरी (100कि.ग्रा.) एवं पोटाश (27 कि.ग्रा.) अथवा यूरिया (65 कि.ग्रा.) एवं एन.पी.के. (12ः32ः16)- दो बोरी (100 कि.ग्रा.) एवं सिंगल सुपर फास्फेट (50 कि.ग्रा.) अथवा यूरिया दो बोरी (100 कि.ग्रा.), सिंगल सुपर फास्फेट - तीन बोरी (150 कि.ग्रा.) एवं पोटाश- 27 कि.ग्रा. का प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही वर्मी कम्पोस्ट कम से कम 1 क्ंिवटल प्रति एकड़ की दर से उपयोग कर सकते है।
खरीफ दलहनी फसलों के लिए अनुशंसित पोषक तत्व एन.पी.के. 8ः20ः8 (नाइट्रोजन 8, फास्फोरस 20, पोटाश 8) कि.ग्रा. प्रति एकड़ मात्रा की आपूर्ति के लिए निम्न उर्वरक एवं मात्रा का उपयोग किया जाएरू- यूरियारू- 18 कि.ग्रा., पोटाश 14 कि.ग्रा. एवं सिंगल सुपर फास्फेट ढाई बोरी (125 कि.ग्रा.) अथवा यूरिया 5 कि.ग्रा. एन.पी.के. (12ः32ः16) - 1 बोरी (50 कि.ग्रा.) पोटाश - 14 कि.ग्रा., सिंगल सुपर फास्फेट 25 कि.ग्रा. साथ ही वर्मी कम्पोस्ट कम से कम 1 क्ंिवटल प्रति एकड़ की दर से उपयोग कर सकते है।
खरीफ तिलहनी फसलों के लिए अनुशंसित पोषक तत्व एन.पी.के. (8ः20ः8) (नाइट्रोजन 8, फास्फोरस 20, पोटाश 8) (सोयाबीन एवं मूंगफली) कि.ग्रा. प्रति एकड़ आपूर्ति के लिए निम्न उर्वरक एवं मात्रा का उपयोग किया जाएरू- यूरिया (17 कि.ग्रा.) पोटाश (13 कि.ग्रा.) एवं सिंगल सुपर फास्फेट (125 कि.ग्रा.) साथ वर्मी कम्पोस्ट कम से कम 1 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से उपयोग करें। रामतील अनुशंसित पोषक तत्वों की मात्रा (12ः12ः8) कि.ग्रा. नत्रजन, स्फूर एवं पोटाश प्रति एकड़। इस पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए यूरिया 26 कि.ग्रा. सिंगल सुपर फास्फेट 25 कि.ग्रा. एवं म्यूरेट ऑफ पोटाश 13 कि.ग्रा. का प्रयोग किया जा सकता है, साथ ही वर्मी कम्पोस्ट 1 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से उपयोग कर सकते है।
गन्ना फसल के लिए अनुशंसित पोषक तत्व एन.पी.के 120ः32ः24 (नाइट्रोजन 120, फास्फोरस 32, पोटाश 24) कि.ग्रा. प्रति एकड़ मात्रा आपूर्ति के लिए उर्वरक एवं मात्रा का उपयोग किया जाएरू- यूरिया पांच बोरी 5 बोरी (250 कि.ग्रा.), एन.पी.के. (12ः32ः16)- दो बोरी (100 कि.ग्रा.) एवं पोटाश (14 कि.ग्रा.) अथवा यूरिया (260 कि.ग्रा.) सिंगल सुपर फास्फेट - चार बोरी (200 कि.ग्रा.) एवं पोटाश - 40 कि.ग्रा. अथवा यूरिया (200 कि.ग्रा.) एन.पी.के. (20ः20ः0ः13) - 03 बोरी (150 कि.ग्रा.) एवं पोटाश - 40 कि.ग्रा. का प्रयोग किया जा सकता है। साथ ही वर्मी कम्पोस्ट कम से कम 1 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से उपयोग कर सकते है।